
सीवान (बिहार). बिहार में सीवान जिले के भोपतपुर अनुमंडल में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि छह अन्य बीमार पड़ गए। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। जिला प्रशासन द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, पेट में दर्द, जी मिचलाने और चक्कर आने की शिकायत के बाद रविवार शाम करीब सात बजे 11 लोगों को सीवान जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अस्पताल में छह लोगों का इलाज जारी
जिला प्रशासन के मुताबिक, अस्पताल के डॉक्टरों ने एक व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया, जबकि पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) ले जाते समय दो की मौत हो गई। वहीं, इलाजे के दौरान दो लोगों ने दम तोड़ दिया। अन्य छह लोगों का सदर अस्पताल सीवान अस्पताल में इलाज जारी है और स्वस्थ बताए जा रहे हैं। मृतकों की पहचान जनकदेव रावत, बीरेंद्र मांझी, राजदेव रावत, राजू मांझी और जितेंद्र मांझी के रूप में हुई है। जिला प्रशासन ने कहा कि मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा।
Siwan spurious liquor deaths | Death toll rises to five. 16 persons arrested so far. Further probe underway#Bihar pic.twitter.com/L28UIRJr7w
— ANI (@ANI) January 23, 2023
मामले में 16 लोगों की गिरफ्तारी
अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षाकर्मियों की एक टीम को इलाके में तैनात कर दी गई है। संबंधित थाना ने एक मामला दर्ज किया है और विषय की जांच की जा रही है। इस मामले में अब तक कुल 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें नकली शराब बनाने में शामिल तीन व्यक्ति, दो स्प्रिट सप्लायर और 11 सप्लाई करने वाले थे।
कोलकाता से लाई गई थी स्प्रिट की खेप
पुलिस ने स्प्रिट सप्लायर संदीप चौहान और दीपक चौहान के घर छापा मार कर 50 लीटर स्प्रिट और एक बोरा फिटकरी बरामद किया गया। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि उनोहने उत्तर प्रदेश के भदोही के ट्रांसपोर्टर दिनेश तिवारी, मोहम्मद निसार और नीरज दुबे की मिलीभगत से 18 जनवरी को कोलकाता से मुजफ्फरपुर में स्प्रिट की खेप लाई थी। मामले की जांच जारी है।
गौरतलब है कि बिहार में अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री और उपभोग पर प्रतिबंध है। पिछले साल दिसंबर महीने में सारण जिले में जहरीली शराब पीने से कथित तौर पर करीब 50 लोगों की जान चली गई थी। इस घटना के बाद बिहार विधानसभा में आरोप-प्रत्यारोप लगाये जाते देखने को मिला था। विपक्षी नेताओं ने जहरीली शराब पीने से होने वाली मौत की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्रहार किया था। भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया था कि सारण में जहरीली शराब पीने से 100 से ज्यादा लोगों की जान गई है।