शिमला/हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश (Himachal Heavy Rain) के सोलन और हमीरपुर जिलों में रविवार को बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई, जबकि शिमला, मंडी और कुल्लू जिलों में भारी बारिश के कारण हुईं घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई। बाढ़ और भारी बारिश के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा तथा मकान और वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा बाढ़ के पानी में कई मवेशी बह गए।
मेडिकल कॉलेज में घुसा पानी
कांगड़ा में टांडा में भारी बारिश के बाद मेडिकल कॉलेज में पानी घुसा। ADM रोहित राठौर ने इसकी पुष्टि की है। वहीं, तेज़ बारिश के कारण कांगड़ा शहर के कई हिस्सों में जलभराव देखा जा रहा है। उन्होंने बताया, “अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। हमारी आपदा प्रबंधन टीमें आपातकालीन संचालन केंद्रों के संपर्क में हैं।”
#WATCH हिमाचल प्रदेश: भारी बारिश के बीच टांडा मेडिकल कॉलेज में पानी घुस गया। pic.twitter.com/NzHipcR76D
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2023
दो लोगों की मौत
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार रविवार को हमीरपुर और शिमला जिले में एक-एक व्यक्ति डूब गया। बारिश ने 11 मकानों और वाहनों के साथ-साथ चार गौशालाओं को भी नुकसान पहुंचाया। केंद्र के मुताबिक पिछले 24 घंटों में राज्य को अनुमानित 78 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। वर्षाजनित घटनाओं में लाहौल और स्पीति में तीन, हमीरपुर में पांच, सोलन में दो और मंडी में एक घर क्षतिग्रस्त हो गया। कुल्लू में आठ, लाहौल और स्पीति में दो और सिरमौर में एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।
राज्य में 126 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही अवरुद्ध
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा कि पिछले 24 घंटों में राज्य में बारिश के कारण कई पेड़ सड़क पर गिर गए, जिससे दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित राज्य में 126 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही अवरुद्ध हो गई। आपातकालीन केंद्र ने कहा कि राज्य भर में 141 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होने से कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई। बादल फटने के बाद हमीरपुर जिले के सुजानपुर उपमंडल के खीरी क्षेत्र में चार मकानों में पानी घुस गया और पंचायत भवन को भी नुकसान पहुंचा।
हिमाचल प्रदेश: मंडी में हनोगी मंदिर के पास अचानक आई बाढ़ के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-3 बंद हुआ जिससे पर्यटकों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में दिक्क़तों का सामना करना पड़ रहा है। pic.twitter.com/xt6a4RrK5u
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2023
पराशर झील के पास आई बाढ़, 200 से अधिक लोग फंसे
डीएसपी संजीव सूद ने एएनआई से कहा कि मंडी जिले के बागीपुल क्षेत्र में पराशर झील के पास अचानक आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है, जिसमें मंडी पराशर रोड पर बग्गी पुल के पास पर्यटकों और स्थानीय लोगों सहित 200 से अधिक लोग फंसे हुए हैं। क्षेत्र में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। सड़क से संपर्क टूट गया है।
#UPDATE In the road leading to Parashar ahead of Kamand, due to a cloudburst around Baghi bridge, the whole road has been closed due to flood: Mandi Police A bus of students of Chamba and many vehicles that were coming back from Parashar got stuck. Facilities have been arranged… pic.twitter.com/ttxfl503eY
— ANI (@ANI) June 25, 2023
कई वाहन फंसे
मंडी पुलिस ने कहा कि कमांद से आगे पराशर की ओर जाने वाली सड़क में बाघी पुल के आसपास बादल फटने से बाढ़ के कारण पूरी सड़क बंद हो गई है। पुलिस ने बताया कि पराशर से वापस आ रही चंबा के विद्यार्थियों की एक बस और कई वाहन फंस गए। उनके रात्रि प्रवास के लिए सुविधाओं की व्यवस्था की गई है क्योंकि आज रात सड़क खुलने की कोई संभावना नहीं है।
ताजा जानकारी के मुताबिक, खनुअली गांव के पास ब्यास नदी के पानी में छह लोग फंस गए हैं और नदी में पानी के तेज बहाव के कारण धौलासिद्ध ऊर्जा परियोजना की लाखों रूपये की मशीनरी बह गई है। यह क्षेत्र नदी के किनारे पर स्थित है। एक प्रवक्ता ने कहा कि फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए होम गार्ड, पुलिस और भारतीय रिजर्व बटालियन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। आपातकालीन केंद्र के अधिकारियों ने बताया कि सोलन जिले के अर्की उपखंड में महल मंगल कठपोल में बादल फटने से लगभग 35 बकरियां बह गईं। भूस्खलन के कारण जोत रोड अवरुद्ध होने से 40 वाहनों में सवार करीब 100 लोग चंबा जिले के चौरी के पास फंस गए।
#WATCH हिमाचल प्रदेश: लगातार तेज़ बारिश के कारण कांगड़ा शहर के कई हिस्सों में जलभराव देखा जा रहा है। pic.twitter.com/vyLe7Mle7A
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2023
अधिकारियों ने कहा कि सड़क पर यातायात फिर से शुरू करने का काम शुरू कर दिया गया है और मलबा हटवाने के लिए कर्मचारियों को तैनात किया गया है। मंडी जिले के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, जबकि शिमला और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई। पिछले 24 घंटों में राज्य के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। कुल्लू में मोहाल खड्ड क्षेत्र में खड़ी पांच कारें और तीन ट्रैक्टर क्षतिग्रस्त हो गए। मंडी जिले में हुई बारिश में दो लोग घायल हो गए, जबकि एक मकान ढह गया तथा दो मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। भारी बारिश के दौरान दो कारें भी क्षतिग्रस्त हो गईं।
शिमला जिले के रामपुर उपमंडल के सरपारा क्षेत्र में शनिवार रात बारिश के चलते 14 मेगावाट की ग्रीनको परियोजना की जलापूर्ति लाइन, एक गौशाला और कई खेतों को नुकसान पहुंचा। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मंडी जिले का सरकाघाट 130 मिलीमीटर (मिमी) बारिश के साथ सबसे अधिक बारिश वाला स्थान रहा, इसके बाद धौलाकुआं में 103 मिमी, सुंदरनगर और बलद्वाड़ा में 92 मिमी जबकि नाहन में 80 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, शिमला, सिरमौर, चंबा और कुल्लू जिलों में अचानक बाढ़ आने की संभावना के कारण फसलों, फलों के पेड़ों और अन्य पौधों को नुकसान पहुंचने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने 26 जून को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने जबकि 27-29 जून तक गरज के साथ बौछारें पड़ने के साथ आंधी चलने संबंधी ‘येलो’ अलर्ट भी जारी किया है।
नाथपा बांध से 150 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से शिमला में चब्बा जलापूर्ति योजना प्रभावित हुई है, जिससे सबमर्सिबल पंप और इनलेट पाइप क्षतिग्रस्त हो गए हैं। शिमला जल प्रबंधन निगम के अधिकारियों ने कहा कि चब्बा पंप हाउस भी पानी में डूब गया है। (भाषा इनपुट के साथ)