navjot singh sidhu
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चंडीगढ़: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला (Navjot Singh Sidhu) जेल से रिहा हो गए है। उन्हें रोड रेज के मामले में एक साल की सजा हुई थी, लेकिन एक साल पुरे होने से करीब 48 दिन पहले ही सिद्धू को रिहा कर दिया गया। 

जेल से बाहर आने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अभी लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। पंजाब में राष्ट्रपति शासन लाने की साजिश अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। पंजाब को कमजोर करने की कोशिश की तो कमजोर हो जाओगे।

नवजोत सिंह सिद्धू ने यह भी कहा कि मुझे दोपहर के आसपास रिहा किया जाना था लेकिन उन्होंने इसमें देरी की। वे चाहते थे कि मीडिया के लोग चले जाएं। इस देश में जब भी कोई तानाशाही आई है तो एक क्रांति भी आई है और इस बार उस क्रांति का नाम है राहुल गांधी।  वह सरकार को हिला देंगे। 

1988 के रोड रेज मामले में हुई थी एक साल की सजा 

उल्लेखनीय है कि सिद्धू को वर्ष 1988 के रोड रेज मामले में एक साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई थी। कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व प्रमुख ने पटियाला की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था, जिसके बाद उन्हें पिछले साल 20 मई को जेल भेज दिया गया था। जिसके बाद से वो पटियाला की जेल में बंद थे।

सिद्धू के वकील एच पी एस वर्मा ने शुक्रवार को बताया था कि कारावास के दौरान नवजोत सिद्धू के अच्छे आचरण के कारण उनकी रिहाई समय से पहले हो रही है, जैसा कि नियमों के तहत अनुमति है। बताया जाता है कि जेल नियमों के अनुसार, कैदियों को हर महीने 4 दिन की छुट्टी दी जाती है। एक साल की सजा के दौरान सिद्धू ने एक भी दिन की छुट्टी नहीं ली, जिस वजह से उन्हें रिहाई से ठीक 48 दिन पहले हुई है।