देशभर में स्वास्थ्य सुविधाओं और ऐम्बुलेंस सेवा को सुधारने के लिए हर साल हजारों करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं। फिर भी दुर्गम जंगली इलाकों में रहने वाले लोगों का हर दिन मुश्किलों भरा होता हैं। अक्सर इनके मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ता है। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम का एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें एक गर्भवती महिला को बांस पर टांगकर इलाज के लिए बहुत ही संघर्ष कर मेडिकल सेंटर (Primary Health Centre) ले जाया जा रहा है।
गौरतलब हो कि, एक तरफ भारत इतना विकसित हो गया है कि यहां बड़े-बड़े अस्पताल हैं, गंभीर बिमारियों का इलाज किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ दर्द से तड़प रही गर्भवती महिला (Pregnant Women) को बांस पर टांगकर मेडिकल सेंटर पहुंचाया जा रहा है। न यहां एम्बुलेंस (Ambulance) है, न पक्की सड़क और न ही पास में मेडिकल सेंटर है।
#WATCH | A pregnant woman was carried on a makeshift palanquin for nearly 12-km from her village to the nearest primary health centre in Balapam panchayat in Visakhapatnam, Andhra Pradesh yesterday pic.twitter.com/DWQRw9e8OP
— ANI (@ANI) August 4, 2021
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दो आदमियों ने बांस को अपने कंधे पर उठा रखा है और गर्भवती महिला को बांस के बीच में बंधे कपड़े में टांगकर ले जाया जा रहा है। महिला को कल आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में बलापम पंचायत में उसके गांव से करीब 12 किलोमीटर के लिए निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया।
बांस को अपने कंधे पर टांगकर ले जा रहे दोनों लोग जंगल के बीचो-बीच से कच्चे रास्ते से महिला को ले जाते हुए, संघर्ष करते हुए दिखाई देते हैं। 12 किलोमीटर तक ये लोग इसी तरह महिला को बांस पर लटकाकर चलते रहे।