
कोलकाता: पश्चिम बंगाल पुलिस ने आसनसोल के पूर्व मेयर और भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी को शनिवार को उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे से गिरफ्तार किया है। आसनसोल दुर्गापुर आयुक्तालय ने 14 दिसंबर, 2022 को कंबल वितरण कार्यक्रम के दौरान भगदड़ में तीन लोगों की मौत के मामले में तिवारी को गिरफ्तार किया।
द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2022 में पुलिस ने मामले के सिलसिले में लगभग छह लोगों को गिरफ्तार किया था। बंगाल पुलिस ने तिवारी और उनकी पत्नी चैताली तिवारी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था। बता दें कि, यह मामला आसनसोल में कंबल वितरण कार्यक्रम के दौरान हुई भगदड़ से जुड़ा है।
Former Asansol mayor & BJP leader Jitendra Tiwari arrested from Yamuna Expressway, UP by Asansol Durgapur Commissionerate in connection with a stampede that left three people dead amidst a blanket distribution program on December 14, 2022.
(File photo) pic.twitter.com/tvt4RNWAoH
— ANI (@ANI) March 18, 2023
उल्लेखनीय है कि, मामले से संबंधित गिरफ्तार किए गए नेताओं में से अधिकांश पश्चिम बंगाल में भाजपा के हैं। और पुलिस द्वारा अब तक गिरफ्तार किए गए सभी छह व्यक्तियों पर गैर इरादतन हत्या से संबंधित आरोप लगे हैं।
आसनसोल नॉर्थ पुलिस ने सुखेन बाउरी की शिकायत के आधार पर तिवारी, उनकी पत्नी और छह अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बौरी भगदड़ में जान गंवाने वाले झाली बाउरी का बेटा है। सुखेन ने द टेलीग्राफ के हवाले से कहा, “मेरी मां को आयोजकों ने एक कंबल लेने के लिए बुलाया था। आयोजकों की लापरवाही के कारण भगदड़ में उनकी मौत हो गई। वे मेरी मां की असामयिक मौत के लिए जिम्मेदार हैं और मैं चाहता हूं कि उन्हें सजा मिले।”
राज्य सरकार ने भगदड़ में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी थी और घायलों को सरकार की ओर से 50-50 हजार रुपये का मुआवजा दिया था।