प्रयागराज: संगम नगरी में माघ मेले के चतुर्थ स्नान पर्व बसंत पंचमी (Basant Panchami) पर बुधवार को हर-हर गंगे के उद्घोष के बीच सुबह आठ बजे तक लगभग 14.70 लाख लोगों ने गंगा और पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। माघ मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को बारिश होने के बाद सुबह से ही बादल छाए रहने और मौसम ठंडा रहने के बावजूद बुधवार सुबह आठ बजे तक करीब 14 लाख 70 हजार लोगों ने गंगा और संगम में स्नान किया।
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: On the occasion of Vasant Panchami, DIG Magh Mela Prayagraj Rajeev Narain Mishra says, “Despite cold weather and rain in the night, people are coming out in large numbers… Everything is going fine… Due to heavy winds boats weren’t allowed to… pic.twitter.com/URPLjtD5JN
— ANI (@ANI) February 14, 2024
स्नान के लिए तड़के से ही लोगों का माघ मेला क्षेत्र में आना जारी है जिसमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि स्नान करने के लिए आ रहे श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों की लंबाई 6,800 फुट से बढ़ाकर 8,000 फुट कर दी गई है और कुल 12 घाट बनाए गए हैं एवं सभी घाटों पर वस्त्र बदलने के लिए पर्याप्त सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
#WATCH | Uttarakhand | Devotees take holy dip in river Ganga, in Haridwar on #BasantPanchami pic.twitter.com/J2Rzmqy2pi
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 14, 2024
पुलिस उप महानिरीक्षक (माघ मेला) राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं और पूरे क्षेत्र में 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे और कई एआई आधारित कैमरे क्रियाशील हैं। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में कोई भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति नजर आने पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
#WATCH | Varanasi, UP: Devotees take holy dip and offer prayers at Dadhashwamedh Ghat on the occasion of Vasant Panchami pic.twitter.com/zeavnYzuky
— ANI (@ANI) February 14, 2024
इसके साथ ही एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ते), आरएएफ (द्रुत कार्य बल), एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल), एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीमें, महिला पुलिसकर्मी, घुड़सवार पुलिस और बम निरोधक दस्ते मेला क्षेत्र में तैनात हैं। बसंत पंचमी पर पुण्य अर्जित करने के लिए माघ मेला क्षेत्र और नगर में विभिन्न स्थानों पर स्थानीय लोग पूड़़ी सब्जी, हलवा पूड़ी आदि का वितरण कर रहे हैं। वहीं, माघ मेला क्षेत्र में लगे साधू-संतों के शिविर में व्यापक स्तर पर भंडारे लगाए गए हैं।