हाथरस. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस (Hathras Gang Rape and Murder) में 19 वर्षीय दलित लड़की से गैंगरेप और हत्या को लेकर देशभर में आक्रोश है। सभी लोग पीड़ित को न्याय देने की मांग कर रहे हैं। यह मामला अब राजनीतिक मुद्दा बन गया है। कांग्रेस (Congress) समेत तमाम विपक्षी दल लगातार उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) और योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर हमला बोल रहे हैं। वहीं कुछ लोग इस मामले को जातिवाद के नज़र से देख रहे हैं। इस बीच शुक्रवार को बूलगढ़ी गांव के समीप स्थित बघना गांव में ठाकुर समुदाय की पंचायत हुई, जिसमें बलात्कारियों का साथ देने का फैसला लिया गया। इस पंचायत में पड़ोस के लगभग 12 गांव के ठाकुर और सवर्ण भी शामिल हुए थे। यह पंचायत गुपचुप लगाई गई थी।
पंचायत के लोगों के मुताबिक, हाथरस घटना की आड़ में सवर्णों के खिलाफ दलितों का आक्रोश भड़काया जा रहा है। बता दें कि, इस गांव में दलितों के कुछ गिने-चुने ही घर हैं। ऐसे में यहां हालात बिगड़ने और उन दलित लोगों की सुरक्षा खतरे में होने की आशंका है।
हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर पंचायत के लोगों ने कहा कि, मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप की बात सामने नहीं आई है तो आरोपियों को किस आधार पर गिरफ्तार किया गया है। इस मामले की जांच कर रही एसआईटी की पहली रिपोर्ट मिलने के बाद योगी सरकार ने आरोपियों, पीड़ित परिवार के सदस्यों और पुलिस जांच टीम के सभी कर्मियों का नार्को टेस्ट कराने का फैसला किया है। जिसके बाद सवर्णों और ठाकुरों की पंचायत में किसी भी बाहरी व्यक्ति को पीड़ित के गांव नहीं आने देने का फैसला लिया गया है।
मीडिया से बात करते हुए एक ठाकुर युवक ने कहा कि, “पंचायत के बाद यहां माहौल काफी बदल गया है। अब लोग दलित परिवार के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। इस गांव में दलितों के काफी कम घर हैं। ब्राह्मणों-ठाकुरों के एक साथ आने के बाद उनके लिए हालात और भी मुश्किल हो जायेंगे।” युवक ने आगे कहा कि, “लोग पुलिस के साथ हैं और गांव में मीडिया नहीं आने देना चाहते हैं। ठाकुर समाज के लोगों के मुताबिक मीडिया ने सिर्फ पीड़ित के परिवार का पक्ष लिया है और आरोपियों के परिवारों की एक नहीं सुनी। प्रशासन ने इस मामले को देखते हुए बूलगढ़ी गांव में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी है। हर घर के बाहर लगभग दस पुलिसकर्मी तैनात हैं।”
गौरतलब है कि, अब इस मामले की जांच सीबीआई करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को हाथरस मामले की जांच सीबीआई से कराने के आदेश दिए हैं। जिसकी जानकरी मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर दी। सीएमओ ने ट्वीट में लिखा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने CBI को हाथरस मामले की जांच का आदेश दिया है।”