
वाराणसी: काशी से डिब्रूगढ़ (Kashi to Dibrugarh) के लिए रिवर क्रूज गंगा विलास (River Cruise Ganga Vilas) के उद्घाटन की पूर्व संध्या पर गुरुवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में सुर सरिता ‘गंगा की स्वर समता’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) और विशिष्ट अतिथि केंद्रीय कैबिनेट मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति रहीं।
इस दौरान मशहूर गायक और संगीतकार शंकर महादेवन ने संगीत की प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शुक्रवार से काशी एक नये युग में प्रवेश करने जा रही है। काशी भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जग प्रसिद्ध है।
पूर्वी जलमार्ग से जुड़ चुकी है काशी
मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी ने विगत आठ साल में अपनी पुरातन आत्मा को बनाए रखते हुए एक नये कलेवर में अपने आप को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया है। शिक्षा और स्वास्थ्य के सबसे बड़़े केंद्र के साथ ही अब काशी थल और नभ मार्ग के साथ-साथ जलमार्ग से जुड़ने के लिए तैयार है। 52 दिनों की तीन हजार किलोमीटर की दूरी की यात्रा यहां से प्रारंभ हो रही है। जलमार्ग के साथ हम न केवल यात्री सेवा, बल्कि कार्गो सेवा को भी यहां से प्रारंभ कर पाएंगे। हमारे पास चैलेंज था कि यूपी लैंड लॉक स्टेट है, लेकिन प्रधानमंत्री के कारण आज पूर्वी जलमार्ग से काशी जुड़ चुकी है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी 13 जनवरी को दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज 'गंगा विलास' को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
'नए भारत' की गति, शक्ति और सामर्थ्य की प्रतीक यह रिवर क्रूज-यात्रा 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' में एकात्मता के नए अध्याय जोड़ेगी।#LongestRiverCruise pic.twitter.com/S13u8fqo0J
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 11, 2023
पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगी क्रूज यात्रा
मुख्यमंत्री ने गंगा विलास क्रूज यात्रा के सभी स्वीडिश यात्रियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस यात्रा के साथ ही उन्हें पर्यटन, एडवेंचर और जलमार्ग का रोमांचकारी आनंद मिलेगा। साथ ही भारत के आतिथ्य और सत्कार सेवाओं का भी वे अनुभव करेंगे। उन्होंने कहा कि ये क्रूज यात्रा काशी ही नहीं, बल्कि भारत के पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगी।