यूपी में भी सस्ती होगी शराब, आबकारी विभाग ने कंपनियों पर कसा शिकंजा

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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अंग्रेजी शराब (English Liquor) के शौकीनों के लिए योगी सरकार (Yogi Govt.) ने खुशखबरी दी है। अब प्रदेश में पड़ोसी सूबों की तरह ही कम दामों पर आयातित अंग्रेजी शराब मिल सकेगी। आबकारी विभाग ने उत्तर प्रदेश में मंहगे दामों पर अंग्रेजी शराब बेंच रही कंपनियों पर शिकंजा कसा है। आबकारी विभाग (Excise Department) ने शराब कंपनियों से कहा है कि विदेश से मंगायी जाने वाली शराब की कीमतों में राज्यवार अंतर को खत्म करते हुए उत्तर प्रदेश में बिक्री की जाए। इस कदम के बाद बाहर के देशों से मंगायी जाने वाली शराब अब प्रदेश में भी कम दामों पर मिल सकेगी। 

    विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आयातित विदेशी शराब अब 10 से 25 फीसदी कम दामों पर उत्तर प्रदेश में उपलब्ध होगी। अधिकारियों का कहना है कि आयातित विदेशी शराब पर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में करों में कोई फर्क नहीं है फिर भी यहां कीमतें ज्यादा वसूली जा रही थीं।

    अब कीमतों में नहीं रह गया अंतर 

    विभाग के इस कदम से उत्तर प्रदेश में ज्यादा बिकने वाली आयातित अंग्रेजी शराब जैसे ग्लेनलिवेट, बैलंटाइन, शीवास रीगल, जेमसन व्हिस्की और एब्सोल्यूट वोदका वगैरा खासी कम कीमत पर मिलने लगेंगी। अभी इनके दामों में उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 100 रुपए से लेकर 400 रुपए तक का अंतर है। अब इनकी कीमतों में दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कोई अंतर नहीं रह गया है।

     हर राज्य के लिए एक रेट होना चाहिए

    प्रदेश के आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन के मुताबिक शराब के आयातित ब्रांड का कस्टम से बाहर आने तक हर राज्य के लिए एक रेट होना चाहिए, जबकि दिल्ली और उत्तर प्रदेश के रेट में अब तक खासा फर्क था। दोनों राज्यों की इम्पोर्टेड शराब की कीमतों में  काफी अंतर के चलते यूपी के लोगों को इसके लिए महंगी कीमत चुकानी पड़ती थी। पांडियन के संज्ञान में इस बात के आने के बाद अपर मुख्य सचिव के निर्देशन में इसकी तहकीकात हुई ताकि लोगों को उचित मूल्य पर  इम्पोर्टेड शराब मिल सके। इस संबंध में आबकारी आयुक्त का कहना है कि सरकार की मंशा के अनुरूप उपभोक्ताओं के हित में काम करने के साथ ही अवैध शराब की तस्करी को रोकना ही हमारी ड्यूटी है।