नयी दिल्ली. एक चिंताजनक खबर के अनुसार संस्कृति मंत्रालय ने बीते सोमवार को लोक सभा में यह बताया है कि 2020 में ताज महल (Taj Mahal) की कमाई में अब भारी कमी आयी है। इस बाबत मंत्रालय ने बताया है कि यह कमी 95। 5 करोड़ रुपये की है। पता हो कि कोरोना ने जिस तरह से पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को गहरा घाव दिया है, उसकी ही कहानी ये आंकडें बता रहे हैं ।
दरअसल केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने लोकसभा को बताया है कि टिकटों को बेंचकर जो भी कमाई होती है, उसी में वित्तीय वर्ष 2020-21 में ये गिरावट देखने को मिली है। उन्होंने यह भी बताया कि साल 2020 में ये कमाई 11। 2 करोड़ थी जोकि उसके पिछले साल मात्र 106। 8 करोड़ रुपये थी।
टिकटों के बिक्री पर निर्भर ताज महल की कमाई
पता हो कि आगरा स्थित ताज महल दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक मन जाता है, और पूरी दुनियाभर से पर्यटक इसके दीदार ले लिए आते हैं। वहीं पूर्णमासी कि रात को तो ताज के अलग ही जलवे होते हैं । वहीं पर्यटकों द्वारा खरीदी जाने वाली टिकटों से ताज महल की कमाई होती है। दरअसल साल 2020 में ही भारत में भी कोरोना की पहली लहर फैल चुकी थी, जिसकी वजह से ये गिरावट भी देखने को मिली है।
विदित हो कि ताजमहल की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार विदेशी यात्रियों के लिए टिकटों की कीमत 1100 रुपये और भारतीय विजिटर्स के लिए यह कीमत सिर्फ 50 रुपये है। वहीं अगर कोई भी पर्यटक यहाँ समाधि स्थल को देखना चाहता है तो इसके लिए 200 रुपये अतिरिक्त देने पड़ते हैं। इसके साथ ही 15 साल से कम उम्र के बच्चों को बिना टिकट के भी यहाँ प्रवेश दिया जाता है।