आप-सपा में गठबंधन को लेकर बात तो अपना दल (कृष्णा पटेल) ने थामा अखिलेश का हाथ

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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) के करीब आते ही नए समीकरण बनने बिगड़ने लगे हैं। बुधवार को आम आदमी पार्टी (AAP) नेता और उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह (Sanjay Singh) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से मुलाकात कर गठबंधन की चर्चाओं को हवा दी है, वहां अपना दल के एक समूह को अपने पाले में करने में समाजवादी पार्टी प्रमुख कामयाब हो गए हैं। बुधवार सुबह आप नेता संजय सिंह ने अखिलेश यादव से जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट के कार्यालय में मुलाकात की। यह दोनों नेताओं की तीसरी मुलाकात है। 

    सपा नेताओं का कहना है कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर अभी कुछ तय नहीं हुआ है पर दिल्ली से सटी और बड़े शहरों की सीटों को लेकर जरुर चर्चा हुई है। आप ने प्रदेश की 200 से ज्यादा सीटों पर अपने प्रत्याशियों का काफी पहले एलान कर दिया था। आम आदमी पार्टी भी उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ आ सकती है। इस बात की चर्चा पहले भी हुई थी, लेकिन बुधवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की मुलाक़ात हुई तो यह चर्चा फिर से जिंदा हो गई। दोनों नेताओं के बीच एक घंटे तक बातचीत हुई। इस बारे में संजय सिंह ने कहा कि हमारा लक्ष्य बीजेपी के कुशासन को हटाना है और इसीलिए हम साथ आने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा से गठबंधन की दिशा में बातचीत शुरू हो चुकी है।

    सीटों को लेकर अभी कोई बात नहीं हुई 

     

     

    अपना दल के एक धड़े की अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने भी बुधवार को ही अखिलेश यादव से मुलाकात की। मुलाकात के बाद कृष्णा पटेल ने कहा कि उनका समाजवादी पार्टी से गठबंधन हो गया है और जल्द ही दोनों पार्टियों के नेता संयुक्त मंच पर दिखेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि सीटों को लेकर अभी कोई बात नहीं हुई है।

    राष्ट्रीय लोकदल से भी चर्चा 

    इससे पहले मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) मुखिया जयंत चौधरी ने भी सपा प्रमुख से मुलाकात की थी। हालांकि दोनों की मुलाकात के बाद गठबंधन को लेकर कोई औपचारिक ऐलान तो नहीं किया गया है पर माना जा रहा है कि साथ लड़ने को लेकर बात बन गयी है। सपा के नेताओं के मुताबिक रालोद के साथ गठबंधन में उसे 36 विधानसभा सीटें लड़ने के लिए दी जाएंगी जिनमें से छह पर समाजवादी प्रत्याशी होंगे पर सिंबल रालोद का होगा। रालोद को ज्यादातर सीटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट बाहुल्य इलाके में दी जाएंगी पर प्रतीकात्मक तौर पर उसे दो सीटें पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी दी जाएंगी। समाजवादी पार्टी इससे पहले राजभर वोटों में प्रभाव रखने वाली सुहेलदेव राजभर भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा), मौर्य-काछी-कुशवाहा जातियों में असरकारी महान दल और लोनिया चौहान बिरादरी की प्रतिनिधित्व करने वाली जन क्रांति पार्टी के साथ पहले ही गठबंधन कर चुकी है।

    भाजपा का तालमेल निषाद पार्टी के साथ भी हो गया है

    उधर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गठबंधन बीते आठ सालों से अपना दल (अनुप्रिया पटेल) के साथ है तो कुछ ही दिन पहले उसका तालमेल निषाद पार्टी के साथ भी हो गया है। निषाद पार्टी अध्यक्ष डा. संजय निषाद को भाजपा ने मनोनीत कोटे से विधान परिषद सदस्य भी बनाया है। इसी पार्टी के प्रवीण निषाद भाजपा के साथ गठबंधन कर 2019 में लोकसभा चुनाव लड़े थे और संतकबीर नगर सीट से सांसद बने थे।