
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में गैंगस्टर अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ को आज प्रयागराज के MP-MLA कोर्ट (MP-MLA court) में पेश किया जाएगा। मामला साल 2006 में अतीक ने उमेश पाल (Umesh Pal) को अगवा करने का है। प्रयागराज कोर्ट (Prayagraj court) आज इसी मामले में फैसला सुनाएगी। इसके लिए अतीक को साबरमती जेल और उसके भाई अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज लाया गया है। वहीं दूसरी ओर उमेश पाल के परिजनों को फैसला का बेसबरी से इंतजार है। डर में जी रहे परिजनों की मांग है कि माफिया को फांसी की सजा मिले ताकि आतंक का साम्राज्य खत्म हो सके।
उमेश पाल अपहरण मामले में सुनवाई से पहले उनकी पत्नी जया पाल का कहना है कि मैं कोर्ट से यही उम्मीद करती हूं कि उसको(अतीक अहमद) फांसी की सज़ा दिलाई जाए। जब तक जड़ खत्म नहीं होगी तब तक कुछ नहीं हो पाएगा। हम डर के साए में जी रहे हैं। मैं उम्मीद करती हूं कि अदालत अतीक अहमद को फांसी की सजा सुनाए। वो जिंदा रहे तो शायद हम जिंदा नहीं रह पाएंगे। अगला हम होंगे। अगर वह चला गया तो ही आतंक खत्म हो जाएगा।
#WATCH | Prayagraj, UP: Ahead of hearing in Umesh Pal kidnapping case, his wife Jaya Pal says, "I hope court sentences him (Atiq Ahmed) to death by hanging. If he lives, perhaps we won't be able be alive. Maybe it would be us next. If he is gone only then will terror be gone…" pic.twitter.com/Y17q3JXUEG
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 28, 2023
#WATCH | Prayagraj, UP: Ahead of hearing in Umesh Pal kidnapping case, his mother Shanti Devi says, "…We don't have the strength to fight a case in the time to come. He (Atiq Ahmed) should be sentenced to death by hanging. If he is sentenced to life imprisonment, he can do… pic.twitter.com/K5L0WMspSK
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 28, 2023
उमेश पाल अपहरण मामले में सुनवाई से पहले उसकी मां शांति देवी का कहना है कि हममें आने वाले समय में केस लड़ने की ताकत नहीं है। उसे (अतीक अहमद को) फांसी की सजा दी जानी चाहिए। अगर उसे आजीवन कारावास की सजा होती है तो वह जेल से कुछ भी कर सकता है। उसने मेरे बेटे को जेल से मरवा दिया। वह वहां रहेगा तो हमें जीने नहीं देगा। मेरे बेटे ने बहुत संघर्ष किया है। जेल उसका (अतीक अहमद) घर है और वहां से वो कुछ भी करा सकता है। प्रशासन ने अभी तक जो भी कुछ किया है उससे हम संतुष्ट हैं। मेरी यही मांग है कि उसको फांसी की सज़ा हो।