rooftop solar plan
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-राजेश मिश्र

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के महानगरों को अब सोलर सिटी (Solar City) के तौर पर विकसित किया जाएगा। प्रदेश के नगर निगमों को इस योजना के तहत विकसित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में अयोध्या (Ayodhya) को पहली सोलर सिटी के तौर पर विकसित किया जा रहा है। अब इसी तर्ज पर बाकी के महानगरों में भी काम होगा। उत्तर प्रदेश में वर्तमान में कुल 17 नगर निगम हैं जिनमें से अयोध्या को सोलर सिटी के तौर पर विकसित करते हुए वहां इसका ज्यादा से ज्यादा उपयोग किया जा रहा है। सोलर सिटी परियोजना (Solar City Project) के तहत चयनित महानगर में सोलर ट्री से स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था के साथ पार्किंग स्थलों, पर्यटन स्थलों, बस और रेलवे स्टेशनों को रोशन किया जाना हैं। महानगरों में ई-रिक्शा को बढ़ावा देने के साथ ही जगह-जगह सौर ऊर्जा चालित वाटर क्यास्क लगाए जाएंगे।

अयोध्या को सोलर सिटी के तौर पर विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग ने 40 करोड़ रुपए की योजना बनायी है। इस साल इस मद में 15.75 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। इस पैसे से अयोध्या के सभी सरकारी और आवासीय भवनों पर सोलर पैनल लगाने, सोलर स्ट्रीट लाइटें लगाने, हाईमास्ट और एनर्जी पंप लगाया जा रहा है। 

अयोध्या में 40 सोलर स्ट्रीट ट्री लगाए गए 

अयोध्या में सरयु नदी में चलने वाली नाव भी सौर ऊर्जा से संचालित होगी। अब तक अयोध्या में 40 सोलर स्ट्रीट ट्री लगाए गए हैं। इनके साथ ही मोबाइल और लैपटाप चार्ज करने के लिए व्यवस्था की गयी हैं। अयोध्या में परिक्रमा मार्ग पर आठ चार्जिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं। पूरे शहर में ई-रिक्शा का परिचालन करने की व्यवस्था की जा रही हैं।

इन शहरों में सोलर सिटी विकसित करने की योजना 

प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कानपुर, प्रयागराज, मथुरा, आगरा, सहारनपुर, मुरादाबाद, गोरखपुर, मेरठ, झांसी, बरेली, गाजियाबाद, अलीगढ़ और शाहजहांपुर के लिए यूपीनेडा की मदद से नगर विकास सोलर सिटी विकसित करने की योजना पर काम कर रहा है। इस परियोजना से न केवल नगर निगमों की सुंदरता बढ़ेगी, बल्कि बिजली की खपत भी घटेगी। 

बैटरी चालित वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनेंगे

नगर निगमों में पटरी बाजारों को भी सौर ऊर्जा से रोशन किया जाएगा। इसके लिए हर शहर में क्लस्टर के रुप में वेंडिंग जोन विकसित किए जाएंगे जहां पर सौर ऊर्जा से चलने वाले बल्ब लगाए जाएंगे। इन जोनों में 50 तक दुकानें होंगी। बड़े शहरों में सौर ऊर्जा से न केवल पार्किंग स्थलों में रोशनी पहुंचायी जाएगी, बल्कि वहां बैटरी चालित वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनेंगे।