उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम को (IOT – IBTS) के लिए पुरस्कृत किया गया

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    लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह (Dayashankar Singh) ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) और इलेक्ट्रानिक्स विभाग उत्तर प्रदेश सरकार (Electronics Department Government of Uttar Pradesh) और यूपीडेस्को (UPDESCO) द्वारा आज इंडिया डिजीटल इम्पावरमेन्ट मीट एण्ड अवार्डस कार्यक्रम का आयोजन गोमतीनगर स्थित ताज होटल में किया गया, जिसमें सार्वजनिक सेवा वितरण के लिये नवाचार और नये युग की प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में अग्रणी राज्य का पुरस्कार उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) को उनकी नई बस टिकटिंग प्रणाली (आई.ओ.टी.- आई.बी.टी.एस) के लिये यूपीडेक्को द्वारा दिया गया है। 

    दयाशंकर सिंह ने बताया कि उप्र परिवहन निगम की क्लाउड आधारित नई बस टिकटिंग प्रणाली के अंतर्गत आधुनिक एन्ड्रोइड टिकटिंग मशीन के माध्यम से बसों में टिकट निर्गमन की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि परिवहन निगम की नयी टिकटिंग प्रणाली को सराहा गया और सूचना प्रोद्योगिकी के नवाचार और नई तकनीकों का प्रयोग कर सार्वजनिक सेवाओं में सुधार के लिए पुरस्कृत किया गया। परिवहन निगम की इस नई बस टिकट प्रणाली के अंतर्गत यात्रियों के लिए डिजिटल माध्यमों से भुगतान कर टिकट लेनें की व्यवस्था की गयी है, निगम के बस स्टेशनों पर बुकिंग काउंटर के माध्यम से वातानुकूलित और लंबी दूरी की साधारण सेवाओं में भी ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा यात्रियों के लिए उपलब्ध करायी गयी है।

    टिकट राजस्व की वस्तुस्थिति रियल टाइम पर देखी जा सकती है

    सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम में उप्र परिवहन निगम की ओर से यजुवेन्द्र कुमार, प्र.प्र. (आई.टी) द्वारा प्रतिभाग किया गया। उन्होंने बताया कि उप्र परिवहन निगम की इस नई प्रणाली के अंतर्गत निगम की समस्त 11200 बसों में एन्ड्रोइड आधारित टिकट मशीनों से औसतन प्रतिदिन लगभग 14 लाख यात्रियों को टिकट प्रदान किये जाते हैं। इन मशीनों से टिकट निर्गमन का डाटा रियल टाइम पर क्लाउड आधारित सर्वर पर प्राप्त हो जाता है, जिससे कि किसी भी समय निगम के टिकट राजस्व की वस्तुस्थिति रियल टाइम पर देखी जा सकती है। दयाशंकर सिंह ने बताया कि भविष्य में निगम बसों में वाहन ट्रैकिंग पैनिक बटन और एनसीएमसी इत्यादि परियोजनाएं भी यात्रियों की सुविधाओं के लिए उपलब्ध करायी जायेगी, जिसके लिए निविदा प्रक्रियाएं गतिशील है।