Farmers Protest Delhi
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मुजफ्फरनगर (उप्र). केंद्र के नए कृषि कानूनों (Agriculture Laws) के खिलाफ दिल्ली-उत्तरप्रदेश की सीमा (Delhi-UP Border) पर गाजीपुर (Ghazipur) में भारतीय किसान यूनियन (Indian Farmer’s Union) के नेतृत्व में हो रहे प्रदर्शन (Protest) के समर्थन में हजारों किसानों ने शुक्रवार को मुजफ्फरनगर में एक महापंचायत में हिस्सा लिया। गाजीपुर में बीकेयू के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के रोने और वहां दो महीने से प्रदर्शन कर रहे किसानों को स्थानीय प्रशासन द्वारा जबरन हटाने की आशंकाओं के एक दिन बाद पश्चिम उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर में भारी संख्या में लोग एकजुट हुए। उनकी भावनात्मक अपील को टेलीविजन के कैमरों और अन्य मीडिया ने कैद किया और इसे काफी प्रसारित किया। इससे भीड़ गाजीपुर में यूपी गेट की तरफ रवाना होने की लिए उत्तेजित हुई और वहां लोगों की भीड़ बढ़ गई।

महापंचायत ने गाजीपुर प्रदर्शन को पूरा समर्थन देने का संकल्प जताया। गाजीपुर में बृहस्पतिवार की घटना के बाद महापंचायत बुलाने वाले राकेश टिकैत के भाई नरेश टिकैत ने उत्तेजित भीड़ से कहा कि वे दिल्ली बॉर्डर की तरफ कूच करें जो यहां से करीब 100 किलोमीटर दूर है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई अराजकता को देखते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को वहां शांतिपूर्ण तरीके से जाना चाहिए और बड़े जत्थे के बजाए छोटे समूहों में जाना चाहिए।

महावीर चौक के पास जीआईसी मैदान खचाखच भरा हुआ था। लोग गाजीपुर में यूपी गेट पर प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए एकजुट हुए थे। शहर की सड़कों पर सैकड़ों ट्रैक्टरों पर तिरंगा और किसान संगठनों के झंडे लहरा रहे थे। इस कारण यातायात बाधित रहा। क्षेत्र के किसानों के मुजफ्फरनगर सम्मेलन को देखते हुए राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के प्रमुख अजित सिंह ने भी बीकेयू को समर्थन दिया और उनके पुत्र जयंत चौधरी ने भी महापंचायत में हिस्सा लिया।

जयंत चौधरी ने कहा, “लाठी से देश नहीं चल सकता, सरकार का एक इकबाल होता है जो उसने खो दिया है।” यह पूछने पर कि उन्होंने महापंचायत में हिस्सा क्यों लिया तो चौधरी ने कहा, “मेरे परिवार का इतिहास रहा है। चौधरी चरण सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री और उनके दादा) ने उन किसानों के लिए काम किया जो आज दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। …और यह हम सबका कर्तव्य है कि इस कठिन समय में किसानों का समर्थन करें।”

पार्टी के उपाध्यक्ष चौधरी ने कहा कि आरएलडी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह ने बीकेयू के अध्यक्ष नरेश टिकैत और प्रवक्ता राकेश टिकैत से बात की।

भीम आर्मी प्रमुख ने की राकेश टिकैत से मुलाकात

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की और कहा कि दलित समूह नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन की मजबूती के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करेगा। गाजियाबाद प्रशासन द्वारा प्रदर्शनस्थल खाली किए जाने की चेतावनी दिए जाने के एक दिन बाद आजाद ने टिकैत से मुलाकात की है। आजाद शाम 6:30 बजे भीम आर्मी के करीब 100 सदस्यों के साथ यूपी गेट पहुंचे।

दलित नेता ने कहा कि टिकैत “पश्चिमी उत्तर प्रदेश की शान” हैं और वह किसान नेता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगे। उन्होंने कहा, “हम अपने किसानों के साथ मजबूती से खड़े हैं और उनके आंदोलन को मजबूती देने के लिए हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएंगे।”

आजाद ने आरोप लगाया कि सरकार उनके “आंदोलन को समाप्त करने और किसानों को हिंसा के लिए उकसाने के लिए हर चाल चलेगी।” उन्होंने किसानों से अंहिसा के रास्ते पर ही चलने की अपील भी की। (एजेंसी)