युद्ध में फंसे जानवरों को बचाने पशु प्रेमी ने लगा दी जान की बाज़ी, पार कर दी हर सीमा

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    नई दिल्ली: जैसे जानवर बिना किसी स्वार्थ रखे इंसानों से प्यार करते है, ठीक वैसे ही पशु प्रेमी लोग जानवरों को किसी भी हाल में तड़पता नहीं देख सकते। जिनका दिल जानवरों के लिए धड़कता है वह उनका हर एक दर्द महसूस कर सकता है, वैसे तो दुनिया में ऐसे बहुत से लोग है, जो जानवरों के ढूढ दर्द को समझ नहीं सकते, उल्टा उन्हें पीड़ा देते है, लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे लोग भी है, जो जानवरों से बेइंतहा प्यार करते है और उनके लिए कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार होते है। ऐसा ही एक दिल छू लेने वाला कारनामा ब्रिटेन के एक शख्स ने किया है, जिसने अपनी देश की सीमा पार करके मौत का तांडव हो रहे यूक्रेन में पहुंच गए। 

    जानवरों की जान बचाने जिंदगी लगा दी दांव पर 

    जहां एक तरफ वहां के लोग अपनी जान बचाने के लिए देश छोड़ रहे है, वही अपनी जान की बाज़ी लगा कर यह शख्स वहां की जानवरों की जान बचाने के लिए वहां पहुंच गया है। हम सब जानते है यूक्रेन में क्या स्थिति है यूक्रेन में युद्ध का शिकार सिर्फ इंसान नहीं बन रहे, बल्कि वो बेजुबान भी बेसहारा हो रहे हैं जिनके मालिकों के घर तबाह हो गए। वहा का मंजर वकाई में दिल दहला देने वाला है। बम धमाकों के बीच पालतू जानवर भी घायल हो रहे हैं।

    इससे भी दर्दनाक ये है कि इसमें कई  बेजुबान जानवरों की जान भी जा चुकी है। ऐसे में कई दिलों में अब भी इंसानियत बाकी है जो इस देश को हर तरह से मदद के लिए आगे आ रहे हैं। ब्रिटेन के इस शख्स  ने जो साहस भरा काम किया है वह वाकई में बेहद काबिले तारीफ़ है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। 

    दुनिया के लिए प्रेरणा

    ब्रिटेन के गिलफोर्ड के सरे (Guildford, Surrey) में एक ऐसा ही इंसान रहता है, जो पशुप्रेमियों के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए मिसाल है। जी हां इस शख्स का नाम है निक डैड (Nick Dad)। जैसा की हमने आपको बताया है कि ये एक ऐसे शख्स हैं जो यूक्रेन के नागरिक नहीं है। मगर वहां के वासियों के लिए उम्मीद की किरण हैं। जानवरों से बेहद प्यार करने वाले निक अपना ट्रक लेकर उस सीमा में दाखिल हो गए जहां जाना खतरे से खाली नहीं है, जहां उनकी किसी भी पल जान जा सकती है। वहां पहुंचकर उन्होंने उन बेज़ुबानों को बचाने का बीड़ा उठाया है। जिनकी चिंता में उनके मालिक बेहाल हो रहे हैं।

    दिल दहला देने वाले हालात 

    इस बात का हम अंदाजा लगा सकते है कि हर रोज़ हो रहे हमले, गोले बारूद के शोर के बीच इंसानों के लिए दिन काटना कितना मुश्किल है, वही जानवरों की क्या हालत होगी?  वह बेजुबान धमाकों की आवाज़ से डरकर दुबके रहने को मजबूर हैं। इसे सोच कर भी रूह कांप जाती है, जो बेहद दुखद अहसास दिलाती है। कई बार संकट गहराने पर कुछ मालिक अपने पालतू जानवरों को छोड़कर भाग भी गए ऐसे में उन्हें आसरा और सहारा देने के लिए निक डैड अपना ट्रक भर कर उनके लिए ज़रूरत की चीज़े पहुंचाने का काम कर रहे हैं।

    यूक्रेन वासियों की मदद के लिए काम रहे निक ने अब वहां फंसे हर जानवर को बचाने का बीड़ा उठाया है। जिसके तहत बड़ी तादात में जानवरों को युद्ध ग्रस्त स्थल से रेस्क्यू कर पोलैंड में एडा फाउंडेशन पशु क्लिनिक (Ada Foundation Animal Clinic in Poland) में सुरक्षित पहुंचाया। उन हजारों बेजुबान जानवरों के लिए इस तरह अपनी जान की बाज़ी लगाकर काम करना वाकई में बहुत बड़ा सराहनीय कार्य है। 

    पशुओं के रेस्क्यू के लिए मदद की अपील

    आपको बता दें कि अब वह यूक्रेन के साथ सीमा के पास एक पोलिश शहर प्रेज़ेमिस्ल (Polish city Przemysl) में है, जहां नेटवर्क फॉर एनिमल्स फाउंडेशन एडीए रेस्क्यू शेल्टर (Network for Animals Foundation ADA Rescue Shelter) से अपने काम को संचालित कर रहे हैं। बता दें कि यहां 1 हजार से अधिक घायल और घायल पालतू जानवर पहले ही लाए जा चुके हैं। जिसमें बुधवार को एक कुत्ता भी लाया गया जिसे रूसी सैनिक ने पीठ में गोली मार दी थी जिसके बाद वो जीवन से संघर्ष कर रहा था।

    जारी है बचाव अभियान

    निक के मुताबिक एक काफिले में एक साथ कुल 60 बिल्लियों को बचाया गया। सभी बेहद डरी हुई लग रही थीं कई और पालतुओं को भी लाया गया जिनमें से कई गंभीर रूप से घायल हैं उनका उपचार भी किया जा रहा है। हालांकि कई ऐसे हैं जिन्हें बचाना मुश्किल है। फिर भी कोशिश जारी है।  वहीं निक डैड ने डेली स्टार के ज़रिए मदद की अपील की है। उन्होंने बताया की यूक्रेन में बड़ी तादाद में पालतू जानवरों को मदद की ज़रूरत है।

    उनके रेस्क्यू के लिए एक और बड़ी गाड़ी की ज़रूरत है जिसके लिए उन्होंने फंड इकट्ठा करना शुरू किया है। वो हर हाल में सभी जानवरों को बचाने के संकल्प के साथ यूक्रेन में मौजूद हैं। युद्धजन्य स्थिति में भी वह जानवरों की मदद करने के लिए अपनी जान जोखिम में ड़ालकर यह काम कर रहे है,  जिसकी कितनी भी तारीफ़ की जाए उतनी काम ही है, पशुप्रेमी की दुनिया को बहुत जरूरत है।