नई दिल्ली: हमारा भारत देश सांस्कृतिक (Cultural) और ऐतिहासिक (Historical) धरोहरों से समृद्ध है। यहां हर एक राज्य, शहर, गांव और कस्बों में अपनी अलग संस्कृति और सुंदरता देखने को मिलती है। देश का हर एक राज्य, शहर अपने आप में अनोखी और अलग पहचान रखता है। कहीं बड़े-बड़े शहर प्रगति में निरंतर कार्य करते रहे हैं तो कहीं छोटे शहरों की सुंदरता मन मोह लेती है। अब बात सुंदरता की शुरू हो गई है तो बताइए की हमारे देश का सबसे छोटा शहर कौन सा है? जहां की सुंदरता आंखों को पलकें झपकाने का मौका ही नही देती है।
आज हम आपको रूबरू करा रहे हैं देश के सबसे छोटे शहर से जो कहने को तो छोटा शहर है लेकिन यहां की सुंदरता की वजह से लोग इसे “पंजाब का पेरिस (Paris Of Punjab)” कहते है। हम बात कर रहे हैं भारत के सबसे छोटे शहर कपूरथला (Kapurthala The Smallest City Of India) की जिसकी खूबसूरती के लोग बड़े ही दीवाने हैं।
क्यों है सबसे छोड़ा शहर?
कपूरथला (Smallest city of India) कि आखिरी जनगणना के मुताबिक, यहां की जनसंख्या एक लाख भी नहीं थी। हालांकि, अब इसमें बढ़ोतरी हुई होगी इसकी पूरी संभावना है।
शाही राजघरानों का शहर
एक समय था जब यहां शाही महल और राजघरानों का राज हुआ करता था। हालांकि, आज भी यहां की इमारतों का शाही अंदाज देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। किसी समय में यहां की साफ-सफाई देखकर इसे पंजाब का पेरिस के नाम से पुकार ते थे।
तो ऐसे मिला नाम…
इस शहर को नवाब कपूर के नाम से जाना जाता है। उन्हीं के नाम पर इसका नाम कपूरथला पड़ा। ये शहर वर्तमान में कई मायने में अहम है। फिर चाहे बात रेलवे फैक्ट्री की हो या फिर जगतजीत पैलेस की खूबसूरती की हो या एलिसी पैलेस की।
खूबसूरती जो बना दे दीवाना
यहां रेलवे की इंटीग्रेल कोच फैक्ट्री मौजूद है जहां ट्रेन के डिब्बे तैयार किए जाते हैं। यहां का जगतजीत पैलेस में कभी महाराजा जगतजीत सिंह रहा करते थे। अब इसका इस्तेमाल सैनिक स्कूल के रूप में किया जाता है। हालांकि, इसकी खूबसूरती आज भी देखने लायक है।
यहां एलिसी पैलेस, कांजली वेटलैंड्स और शालीमार गार्डन भी प्रमुख आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। हालांकि, 1962 में कंवर बिक्रम सिंह द्वारा तैयार करवाए गए एलिसी पैलेस को एमजीएन स्कूल में बदल दिया गया है।
वहीं, कांजली वेटलैंड्स एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट है। ये एक आर्टिफिशियल झील है। यहां आकर वन्यजीव फोटोग्राफी का भी आनंद उठाया जा सकता है।