(प्रतीकात्मक तस्वीर)
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

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    नई दिल्ली: कई बार ऐसे अद्भुत चमत्कार होते है, जिनके बारे में जानकर दंग रह जाते है। जी हां ऐसा ही एक मामला रतलाम जिले के अस्पताल से सामने आया है।जहां एक अनोखे बच्चे का जन्म हुआ है। आमतौर पर जहां बच्चे का एक ही सिर होता है वही इस  बच्चे के दो सिर और तीन हाथ हैं। बता दें कि इस अनोखे बच्चे के जन्म के कुछ घंटों बाद ही नवजात की स्थिति को देखते हुए उसे इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती किया गया है। अब इंदौर के अस्पताल में बच्चे को सीनियर डॉक्टर्स के ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। जबकि प्रसूता यानि बच्चे की मां फिलहाल रतलाम जिला अस्पताल में ही भर्ती है। आइए जानते है इस क्या है पूरी खबर….  

    डॉक्टर ने कहा…. 

    रतलाम में जन्मा ये बच्चा वाकई में किसी चमत्कार से कम नहीं है, इस अनोखे बच्चे को देख आम इंसान नहीं बल्कि डॉक्टर भी चौंक गए है। डॉक्टर्स ने दो सिर और तीन हाथ वाले बच्चों को करोड़ों में एक केस मानते हुए इसे साइंस का चमत्कार कहा है। विज्ञान की भाषा में इस तरह की स्थिति को पोलीसेफली कंडीशन कहा जाता है। इस कंडीशन में यह बच्चा पैदा हुआ है। 

    पैदा होने वाले थे जुड़वा बच्चे 

    इस बारे में बात करते हुए बच्चे के पिता सोहेल खान ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान जब डॉक्टर्स ने बच्चे की स्थिति जांचने के लिए सोनोग्राफी कराई थी तो डॉक्टर्स ने कहा था कि जुड़वा बच्चे पैदा होने वाले है, हालांकि तब किसीको भी पता नहीं था कि बच्चा ऐसा होगा।  बता दें कि यह दंपति जावरा के नीम चौक के रहने वाले है और बच्चे के पिता ऑटो चालक है, उनका नाम सोहेल और उनकी पत्नी शाहीन का ये पहला बच्चा है। फिलहाल ऐसी परिस्थिति में वे बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर काफी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि वे भगवान से दुआ कर रहे हैं कि बच्चा बच जाए। अब देखना यह होगा की आखिर यह बच्चा कितने जल्द स्वस्थ होगा। 

    बच्चे के एक ही धड़ से जुड़े हैं दो सिर

    आपको बता दें कि इस नवजात के एक ही धड़ से दो सिर जुड़े हुए हैं। इतना ही नहीं बल्कि उसके तीन हाथ हैं। दो हाथ सामान्य जगह पर हैं जबकि एक हाथ सिर के पास से निकला है। बच्चे की स्थिति को लेकर डॉक्टर ने बताया कि एक भ्रूण से एक बच्चा बनता है। वहीं, जब दो भ्रूण से अलग हो जाता है, तो ट्विंस पैदा होते हैं, जब पूरी तरह भ्रूण अलग नहीं हो पाता तो उसे जॉइंट ट्विंस कहते हैं। अब फ़िलहाल इंदौर में बच्चे का इलाज जारी है।