तहसीलदार सोनोने के तबादले को स्थगिती, नही छूट रही सेलू तहसील का मोह

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  • चर्चाओं का माहौल गर्माया

सिंदी रेलवे: गत तीन वर्षो से सेलू तहसील का कार्य चलानेवाले तहसीलदार महेंद्र सोनोने को 4 अक्टूबर को कार्यमुक्त किया गया. परंतु अब सीधे मंत्रालय से तबादले पर स्थगिती लानेवाले तहसीलदार सोनोने से सेलू तहसील का मोह क्यो नही छूट रहा? ऐसा सवाल उपस्थित हो रहे है. तबादले की स्थगिती से चर्चाओं का माहौल गर्माया हुआ है.

10 अगस्त 2020 को राज्य शासन के आदेश के तहत अनेक तहसीलदारों के तबादले के आदेश निकाले गए. जिसमें सेलू के तहसीलदार महेंद्र सोनोने का तबादला चंद्रपुर जिले के जिवती में किया गया था. अनेक प्रयासों के बाद भी हुआ तबादला रद्द न होने से विभागीय आयुक्त नागपुर पत्र के तहत जिलाधिकारी वर्धा ने उन्हे जिवती में जाने के लिए कार्यमुक्त किया. नए तहसीलदार जब तक नही आते तब तक सेलू में उपविभागीय कार्यालय के नायब तहसीलदार स्वप्नील दिगलावर ने प्रभार तक संभाला.

तहसीलदार के तौर पर महेंद्र सोनोने का कार्य काफी विवादित रहा. जिसमें ग्रामपंचायत के चुनाव में पतंग को लेकर काफी विवाद उभरा था. वही दूसरी ओर नायब तहसीलदार व नाझर का विवाद भी पुलिस थाना तक पहुंचने से तहसीलदार की कार्यप्रणाली पर ही प्रश्नचिन्ह हुए थे. परंतु अब महेंद्र सोनोने के तबादले पर सीधे मंत्रालय से ही स्थगिती आयी है. सेलू में रहकर ओर क्या करना बाकी है? ऐसा सवाल सेलूवासी पूछ रहे है. जिससे चर्चाओं का माहौल गर्माया हुआ है.