अल्टीमेटम : सिनियर कॉलेज के कर्मीयों का वेतन तुरंत किया जाए

  • सहसंचालक ने दिये आदेश, उल्लंघन होने पर कार्रवाई

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वर्धा. सरकार की और से वेतन प्राचार्य के खातों में जमा होने के बावजूद शिक्षक व कर्मीयों का वेतन खातों में जमा करने के लिये देरी करनेवालों को सहसंचालक ने अल्टीमेटम देते हुए फटकार लगाई है. कर्मीयों को वेतन देरी से मिलने पर प्राचार्यां को जिम्मेदार माना जायेगा, ऐसा पत्र में कहा है. सहसंचालक के पत्र के कारण प्राचार्यों में खलबली मच गई है.

सिनियर कॉलेज में कार्यरत शिक्षक व कर्मीयों को सहसंचालक कार्यालय की और से वेतन दिया जाता है.सहसंचालक कार्यालय कॉलेजों से प्रतिमाह का वेतन का बिल लेता है.जिसकी जांच पडताल करने के उपरांत संबंधित कॉलेज के खाते में कर्मीयों के वेतन की राशी प्रतिमाह जमा की जाती है. जिसके उपरांत प्राचार्य को कर्मीयों के खाते में राशी जमा करनी पडती है. किंतु सहसंचालक कार्यालय व्दारा राशी जमा होने के उपरांत भी अनेक कॉलेज समय पर वेतन कर्मीयों के खाते में जमा नही करते थे.

जिससे कर्मीयों का आर्थिक नियोजन पुरी तरह से चरमरा जाता है. अनेक बार शिक्षक व कर्मीयों ने कॉलेज व्दारा वेतन में देरी के चलते प्राचार्य से शिकायतें भी की.लेकीन उसका कोई असर नही होने के कारण जनप्रतिनिधी व शिक्षण संचालनालय की और शिकायते की गई.परिणामस्वरूप इस संदर्भ में संचालनालय की और सभी सहसंचालक को पत्र भेजा गया.तत्पश्चात सहसंचालक ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव व प्राचार्य को 17 नवंबर को पत्र भेजा.

पत्र में कहां गया है की, अनेक कॉलेजों के बैंक खाते दो हस्ताक्षर से चलते है.जिससे वेतन में विलंब होता है.परिणामवश एक ही व्यक्ती के हस्ताक्षर से खाता होने पर जल्द वेतन की राशी अदा हो सकती है.जिससे सहसंचालक ने खाता के व्यवहार केवल प्राचार्य के हस्ताक्षर करने के निर्देश दिये है.जिसकी जानकारी भी कॉलेजों को भेजने के लिये कहां है.खाते में वेतन जमा होने के उपरांत उसी दिन कर्मीयों के खाते में जमा करने के आदेश सहसंचालक डा.महेशकुमार सालुंके ने दिये है.