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    ओटावा: कनाडा (Canada) में जारी प्रदर्शनों (Protests) के बीच भारतीय दूतावास (Indian High Commission) ने अपने नागरिकों (Citizens) के लिए नई एडवाइजरी (Advisory) जारी की है। ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने कनाडा में चल रहे विरोध के मद्देनजर राइजिंग फीनिक्स इंटरनेशनल आईएनसी द्वारा संचालित तीन संस्थानों को बंद करने के नोटिस से प्रभावित भारतीय छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है।

    एएनआई के अनुसार, राइजिंग फीनिक्स इंटरनेशनल आईएनसी द्वारा संचालित तीन संस्थानों में पढ़ने वाले कई छात्रों से उच्चायोग से ने संपर्क किया है। राइजिंग फीनिक्स इंटरनेशनल आईएनसी द्वारा संचालित तीन संस्थानों में एच मॉन्ट्रियल के एम कॉलेज, शेरब्रुक में सीईडी कॉलेज और लॉन्ग्यूइल में सीसीएसक्यू कॉलेज, ये सभी कॉलेज कनाडा के क्यूबेक प्रांत में हैं। ये सभी कॉलेज इन संस्थानों को बंद करने के नोटिस से प्रभावित हुए हैं। 

    न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उच्चायोग कनाडा की संघीय सरकार, क्यूबेक प्रांत की प्रांतीय सरकार के साथ-साथ प्रभावित छात्रों को सहायता प्रदान करने और इस मुद्दे के समाधान के लिए भारतीय समुदाय के निर्वाचित कनाडाई प्रतिनिधियों के साथ संपर्क में रहा है। भारतीय उच्चायोग ने कहा कि, अगर छात्रों को अपनी फीस की प्रतिपूर्ति या फीस के हस्तांतरण में कोई कठिनाई होती है तो वे क्यूबेक सरकार के उच्च शिक्षा मंत्रालय के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

    रिपोर्ट्स के अनुसार, क्यूबेक की प्रांतीय सरकार ने सलाह दी है कि प्रभावित छात्र सीधे उन संस्थानों से संपर्क कर सकते हैं जहां वे पंजीकृत हैं और अगर उन्हें अपनी फीस की प्रतिपूर्ति या फीस के हस्तांतरण में कोई कठिनाई मिलती है तो वे उच्च शिक्षा मंत्रालय के पास शिकायत दर्ज कर सकते हैं। क्युबेक सरकार ने कहा है कि, कनाडा में उच्च अध्ययन की योजना बना रहे भारत के छात्रों को फिर से सलाह दी जाती है कि वे ऐसे संस्थानों को कोई भी भुगतान करने से पहले संस्थान की साख और स्थिति की पूरी तरह से जांच कर लें। कृपया संस्थानों से कनाडाई/प्रांतीय सरकार द्वारा मान्यता का प्रमाण पत्र मांगें और सत्यापित करें कि चयनित संस्थान को कनाडा सरकार की वेबसाइट पर प्रकाशित नामित शिक्षण संस्थानों की सूची में शामिल किया गया है। छात्रों को भुगतान पर छात्र वीजा की पेशकश करने वाले किसी भी असत्यापित व्यक्ति / संस्थान को कोई भुगतान नहीं करना चाहिए या अपनी व्यक्तिगत जानकारी का खुलासा नहीं करना चाहिए। 

    एम्बेसी ने ये भी कहा कि, कनाडा में भारत के छात्रों या कनाडा की यात्रा करने की योजना बनाने वालों को भारतीय मिशन या मदद पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करने की सलाह दी जाती है। 

    दरअसल, कनाडा भर में विरोध की लहर जनवरी में शुरू हुई थी। हजारों ट्रक ड्राइवरों और सैकड़ों अन्य प्रदर्शनकारियों ने ओटावा में एकजुट होकर यूएस-कनाडा सीमा पार करने वाले ट्रक ड्राइवरों के लिए वैक्सीन जनादेश का कड़ा विरोध किया जिसके बाद वहां हालात खराब हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि, अधिकारी COVID-19 प्रतिबंध हटा दें।