वाशिंगटन: अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल (Vedant Patel) ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता की। यहां उन्होंने कहा कि अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) सहित संयुक्त राष्ट्र संस्थानों में सुधार के लिए समर्थन की पेशकश की है।
यूएनएससी में भारत की स्थायी सीट की कमी के बारे में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बयान के बारे में पूछे जाने पर वेदांत पटेल ने कहा, राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपनी टिप्पणी में पहले भी इस बारे में बात की है और सचिव ने भी इस ओर इशारा किया है।
सुधार की है आवश्यकता
वेदांत पटेल ने कहा, हम निश्चित रूप से सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र संस्था में सुधारों का समर्थन करते हैं, ताकि इसे 21वीं सदी की दुनिया, जिसमें हम रह रहे हैं, को प्रतिबिंबित किया जा सके। वे कदम क्या हैं, इसके बारे में बताने के लिए मेरे पास कोई विशेष जानकारी नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से हम इसे स्वीकार करते हैं। सुधार की आवश्यकता है।
And what about India? 🇮🇳
Better yet is to dismantle the @UN and build something new with real leadership. https://t.co/EYpyooHaH4
— Michael Eisenberg (@mikeeisenberg) January 21, 2024
एलन मस्क भी भारत के समर्थन
बता दें कि जनवरी में एलन मस्क ने भारत को UNSC में स्थायी सीट न मिलने को बेतुका बताया था। उन्होंने कहा कि जिन देशों के पास जरूरत से ज्यादा ताकत है, वे उसे छोड़ना नहीं चाहते। पृथ्वी पर सबसे अधिक आबादी वाला देश होने के बावजूद भारत को सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट न मिलना बेतुका है। भारत लंबे समय से विकासशील दुनिया के हितों का बेहतर प्रतिनिधित्व करने के लिए सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट की मांग कर रहा है।
क्या है UNSC
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के संगठन है। 15 सदस्य देशों से बनी है, जिसमें वीटो शक्ति वाले पांच स्थायी सदस्य और दो साल के कार्यकाल के लिए चुने गए दस गैर-स्थायी सदस्य शामिल हैं। UNSC के पांच स्थायी सदस्यों में चीन, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं।
संकल्प पत्र में UNSC का जिक्र
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 14 अप्रैल को जारी अपने घोषणापत्र में बीजेपी ने UNSC का जिक्र किया है। बीजेपी ने कहा, हम वैश्विक निर्णय लेने में भारत की स्थिति को ऊपर उठाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जनवरी में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए बढ़ते वैश्विक समर्थन पर जोर दिया था।