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    नई दिल्ली: हाल ही में आई बड़ी खबर के मुताबिक, तुर्कि में सोमवार सुबह 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसके तेज झटके राजधानी अंकारा, नूरदगी शहर समेत 10 शहरों में महसूस किए गए।इतना ही नहीं बल्कि इसके अलावा सीरिया, लेबनान और इजराइल में भूकंप के झटके महसूस किए गए। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि तुर्किये में अब तक 76 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। वहीं इस भूकंप से 440 लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं, सीरिया में 42 लोग मारे गए हैं। 200 से ज्यादा घायल हुए हैं।

    जैसा कि हमने आपको बताया दक्षिणपूर्वी तुर्किये और सीरिया में सोमवार तड़के 7.8 तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे कई इमारतों ढह गईं। भूकंप संबंधी घटनाओं में कम से कम तुर्की और सीरिया में 118 लोगों की मौत की खबर है।  मृतक संख्या के बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचावकर्मी अब भी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं। आंशिक रूप से ढह गई इमारतों के अंदर, सड़क पर खड़े लोग मदद की गुहार लगाते नजर आए। भूकंप के झटके काहिरा तक महसूस किए गए। इसका केंद्र सीरियाई सीमा से करीब 90 किलोमीटर दूर में गजियांतेप शहर के उत्तर में था। अतमद कस्बे के चिकित्सक मुहीब कदौर ने फोन पर ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि भूकंप में कम से कम 11 लोग की मौत हो गई। 

     कदौर ने कहा, ‘‘ हमें सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है। हम बेहद दबाव में हैं।” तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने ट्वीट किया कि भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के लिए ‘‘ खोज एवं बचाव दलों को तुरंत रवाना कर दिया गया है।” उन्होंने कहा, ‘‘ हम उम्मीद करते हैं कि जानमाल के कम से कम नुकसान के साथ हम इस आपदा से मिलकर बाहर निकलेंगे ।” भूकंप के बाद करीब छह झटके महसूस किए गए। गृह मंत्री सुलेमान सोयलू ने लोगों से क्षतिग्रस्त इमारतों में जाने से बचने को कहा है। 

     

     उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी प्राथमिकता इमारतों के मलबे में फंसे लोगों को निकालना और उन्हें अस्पताल पहुंचाना है।” विभिन्न आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, तुर्किये में भूकंप से कम से कम 18 लोगों की और सीरिया में 13 लोगों की मौत हुई है। तुर्किये के मालात्या प्रांत के गवर्नर हुलुसी साहिन ने बताया कि कम से कम 130 इमारतें ढह गईं। उत्तर पश्चिम सीरिया में विपक्ष के ‘सीरियन सिविल डिफेंस’ ने विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र में स्थिति को ‘‘विनाशकारी” बताते हुए कहा कि इमारतें ढहने से कई लोग मलबे में दब गए हैं। 

     

     ‘सीरियन सिविल डिफेंस’ ने लोगों से इमारतों से बाहर खुले स्थान पर रहने को कहा है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप का केंद्र गजियांतेप से करीब 33 किलोमीटर दूर 18 किलोमीटर की गहराई पर था। प्रांतों में इसके झटके महसूस किए गए। भूकंप ऐसे समय में आया है, जब पश्चिम एशिया बर्फीले तूफान की चपेट में है जिसके बृहस्पतिवार तक जारी रहने के आसार हैं। उत्तर-पश्चिम तुर्किये में 1999 में आए शक्तिशाली भूकंप में करीब 18,000 लोग मारे गए थे।