Pakistan caretaker PM Anwarul Haq Kakar

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नई दिल्ली: पूरी दुनिया जानती है कि इस वक्त पाकिस्तान कंगाली के दरवाजे पर खड़ा है। कंगाल पाकिस्तान पैसे की भीख चीन, सऊदी अरब और आईएमएफ समेत कई देशो से मांग चुका है। लेकिन अब उसकी मदद कोई नहीं करना चाहता है। इक्के दुक्के देश हैं जो पाकिस्तान को पैसे देने को तैयार हैं, लेकिन उसके बाद भी पाकिस्तान की अकड़ कम नहीं हुई है। पाकिस्तान भारत के खिलाफ हमेशा से रहा है। यूं कहें पाकिस्तान भारत को फूटी आंख भी पसंद नहीं करता है। इसलिए जब भी भारत के खिलाफ उसे जहर उगलने या फिर रंग दिखाने का मौका मिलता है वो अपनी फितरत दिखा जाता है। एक बार ऐसा ही कुछ हुआ है। आइये जानते हैं अब उसने भारत के खिलाफ क्या किया है। 

कंगाल पाकिस्तान मालदीव की करेगा मदद 

दुनिया जानती है कि भारत और मालदीव के रिश्तों में उस वक्त से कड़वाहट ज्यादा बढ़ गई, जब से मालदीव में मोहम्मद मोइज्जू राष्ट्रपति बने हैं। राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू हमेशा से भारत के खिलाफ जहर उगलने का काम करते रहे। उनका इलेक्शन के समय का नारा भी भारत के खिलाफ था। मालदीव के राष्ट्रपति चीन के करीब जा रहे हैं। लेकिन इस बीच पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री अनवरुल हक काकर का बड़ा बयान सामने आया है, जहां पर उन्होंने मालदीव को विकास में मदद करने की बात कही है। अनवरुल हक काकर ने मोहम्मद मोइज्जू से फोन पर बात कर के उन्हें यह भरोसा दिलाया है।  

भारत ने पाकिस्तान को दिया झटका 

भारत के खिलाफ मालदीव नेताओं के बोल अब उनपर भारी पड़ने लगे हैं। मालदीव में सबसे अधिक सैलानी भारतीय होते थे। जिससे मालदीव मोटी कमाई कर लेता था। लेकिन पीएम मोदी के खिलाफ बोलने के बाद मालदीव का पूरे भारत ने एक आवाज में विरोध किया और लक्षद्वीप को बढ़ावा देने लगे। वहीं अब भारत ने फिर से एक बार मालदीव को झटका दिया है। दरअसल भारत ने मालदीव को दी जाने वाली आर्थिक सहायता को 22 प्रतिशत घटा दिया है। भारत ने मालदीव के विकास में मदद पहुंचाने के लिए 2024-25 वित्तीय वर्ष में  600 करोड़ रुपये ही आवंटित किए हैं। जबकि साल 2023-24 में 770.90 करोड़ रुपये की मदद दी थी। मतलब पिछली बार के मुकाबले 170 करोड़ रुपये कम है। 

मालदीव से ऐसे आई रिश्तों में खटास 

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप का दौरा किया था। जिसके बाद लक्षद्वीप दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं और भारत में मालदीव और लक्षद्वीप की तुलना शुरू हो गई। साथ ही पीएम मोदी ने देशवासियों से लक्षद्वीप घूमने की अपील की थी। इसे लेकर मालदीव के मंत्रियों ने अपमानजनक टिप्पणियां की। मालदीव के राजनेता और प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) के परिषद सदस्य जाहिद रमीज ने पीएम मोदी की यात्रा का मजाक उड़ाया और कहा कि पर्यटन के संबंध में मालदीव से भारत कभी भी प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएगा। 

रमीज़ ने कहा, यह कदम (लक्षद्वीप को बढ़ावा देना) बहुत अच्छा है। हालांकि, हमारे साथ प्रतिस्पर्धा करने का विचार भ्रामक है। हम जो सेवा प्रदान करते हैं वह वे कैसे प्रदान कर सकते हैं? रमीज के अलावा मालदीव की मंत्री मरियम शिउना ने भी पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। इसके बाद उन्होंने एक्स पर अपना पोस्ट हटा दिया है। हालाकि उन्हें बाद में निलबिंत कर दिया गया था लेकिन तब तक बात बिगड़ चुकी थी।