
नई दिल्ली/कीव. जहाँ एक तरफ रूस (Russia-Ukraine War) ने शांति वार्ता के दौरान यूक्रेन कीव (Ukraine Kiev) और एक अन्य शहर के आसपास सैन्य अभियानों को कम करने का अब बड़ा वादा किया है, लेकिन इसके उलट यूक्रेन ने रूस के वादे पर प्रतिक्रिया देते हुए भयंकर संदेह व्यक्त किया है, क्योंकि कुछ पश्चिमी देशों ने मॉस्को से यूक्रेन के अन्य हिस्सों में हमले तेज करने की उम्मीद जताई थी।
गौरतलब है कि, इस्तांबुल के एक महल में एक महीने से भी अधिक समय से वार्ता चल रही है। बता दें कि, यह हमला दूसरे विश्व युद्ध के बाद एक यूरोपीय देश पर सबसे बड़े हमले के तौर पर भी देखा जा रहा है, जिसमें हजारों लोग मारे गए और साथ ही घायल हुए हैं। यही नहीं करीब 4 मिलियन लोग यहाँ से विदेश भागने को भी मजबूर हुए हैं। इसके साथ ही तमाम प्रतिबंधों के साथ रूस की अर्थव्यवस्था भी चौपट होती दिख रही है।
इधर रूस ने बीते मंगलवार को तुर्की के इस्तांबुल में यूक्रेन और रूसी प्रतिनिधिमंडल के बीच हुई वार्ता के बाद घोषणा की कि रूस यूक्रेन की राजधानी कीव और उत्तरी शहर चेर्नीहिव के निकट सैन्य अभियानों को कम करेगा। लेकिन अमेरिका और अन्य देशों ने भी अब रूस की इस घोषणा पर संदेह व्यक्त किया है।
वही इस बाबत जेलेंस्की ने मंगलवार रात एक वीडियो संबोधन में कहा कि यूक्रेन के सैनिकों के ”साहस और प्रभावी कार्रवाई” ने रूस को कीव व चेर्नीहिव के आसपास कार्रवाई को कम करने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन वार्ता प्रक्रिया को जारी रखेगा। उन्होंने रूस के प्रतिनिधियों की तरफ से आ रहे बयानों पर पूरी तरह से अविश्वास भी व्यक्त किया। जेलेंस्की ने साथ ही ये भी कहा कि यूक्रेन संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के मामले में कोई समझौता नहीं करेगा।