Pakistan PM Shehbaz Sharif
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    अंकारा: तुर्की (Turkey) में आये भूकंप (earthquake) से तबाही मची हुई हुई है। अबतक यहां 15000 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। दुनियाभर के देश मदद के लिए आगे आ रहे हैं। भारत ने भी ऑपरेशन दोस्त (Operation Dost) के तरह तुर्की में मदद भेजी है। इसी बीच तुर्की में आये प्राकृतिक आपदा के बीच पकिस्तान (Pakistan) की पूरी दुनिया में किरकिरी हो गई। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने तुर्की के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए राजधानी अंकारा की यात्रा की घोषणा कर दी। तुर्की ने शहबाज शरीफ की मेजबानी करने से इनकार कर दिया।  

    तुर्की को पाकिस्तान का एक अच्छा दोस्त माना जाता है। दोनों देशों के बीच रिश्ते बहुत मजबूत हैं। इनकी मजबूत दोस्ती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दोनों देश रक्षा और व्यापार क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं। यही नहीं तुर्की ने संयुक्त राष्ट्र में कई बार कश्मीर का मुद्दा भी उठाया है। इसके बाद भी पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी।   

    तुर्की में आई आपदा को पाकिस्तान अवसर में बदलना चाहता था। जो उल्टा पड़ गया। दरअसल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने तुर्की का दौरा करने का ऐलान कर दिया। लेकिन तुर्की ने मेजबानी से मना दिया।  इसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को तुर्की का दौरा स्थगित करना पड़ गया। 

    तुर्की में आये भूकंप के एक दिन बाद पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने ट्विटर पर एक बयान जारी करते हुए कहा था, “प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ तुर्की यात्रा के लिए कल सुबह अंकारा रवाना होंगे। इस दौरान भूकंप से हुए जानमाल के नुकसान और तुर्की के लोगों के लिए वो राष्ट्रपति अर्दोआन के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करेंगे। 

    उनके ट्वीट के कुछ घंटों बाद ही तुर्की के प्रधानमंत्री के पूर्व विशेष सहायक आजम जमील ने ट्वीट करते हुए पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की मेजबानी करने से.करने से इनकार कर दिया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “तुर्की इस समय सिर्फ और सिर्फ अपने देश तुर्की इस समय सिर्फ और सिर्फ अपने देश के नागरिकों की देखभाल करना चाहता है। इसलिए कृपया राहत कर्मचारियों को ही भेजें।”