नई दिल्ली. जहाँ एक तरफ अब यूक्रेन (Ukraine) की जनता भी रूसी सेना (Russian Army) के खिलाफ अपने हथियार उठा चुकी है. वहीँ अब यहाँ के निवासियों का कहना है कि उनका शहर अगर रूसी सेना के पास चला गया तो वह कतई चुप नहीं बैठेंगे. आज भले ही यूक्रेन की आर्मी उनकी रक्षा के लिए तैनात है और जी जान से लड़ रही है.
लेकिन इसके बावजूद अगर खतरा और बढ़ता है तो शहर में हर घर की खिड़की से फायरिंग और जंग होगी. इन सबसे अब यह साफ़ हो चूका है यूक्रेन अब झुकने वाला नहीं और वहां गोरिल्ला वार (Gorilla war) की भी जोरशोर से तैयारी हो चुकी है. यहां फिलहाल रूसी सेना घुस चुकी है. लेकिन उसका जवाब देने के लिए लोगों ने अपनी कमर ककास ली है.
गौरतलब है कि इसके पहले बीते शनिवार को कीव की हिफाजत के लिए अब आम लोगों ने बंदूकें उठा ली थीं । वे घर, छतों और सड़कों पर तैनात रहकर रूसी सैनिकों के मूवमेंट पर नजर रखे हुए हैं। इनमें से कई तो 3 रात से सोए नहीं हैं और अपने वतन की हिफाजत में जुटे हुए हैं। राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा भी कहा था कि, हमारी देशभक्ति ही देश का भविष्य तय करेगी। उन्होंने जनता से अपील की रूसियों को रोकने के लिए वे जरुर डटे रहें।
इसके पहले आज क्रेमलिन ने यूक्रेन के साथ बातचीत की पेशकश की थी। लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर ज़ेलिंस्की ने यह ऑफर ठुकरा दिया है। दरअसल रूसी न्यूज एजेंसी के मुताबिक क्रेमलिन की ओर से कहा गया है कि वह बेलारूस (Belarus) में यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए तैयार है। जिसे यूक्रेन के राष्ट्रपति नहीं मान रहे हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्कीऔर उनके अधिकारियों ने कहा है कि वे रूस से बातचीत के लिये तैयार हैं लेकिन बेलारूस में कतई नहीं। उनका कहना है कि बेलारूस का इस्तेमाल उन पर ही आक्रमण के लिये किया गया है।