कोविड जम्बो अस्पताल से मरीज युवती लापता

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  • 27 दिनों से परिवार से संपर्क नहीं
  • मां का अस्पताल के बाहर आंदोलन

पुणे. कई कारणों से शुरू से ही विवादों में घिरे कोविड जंबो कोविड अस्पताल नए विवाद में फंस गया है. अस्पताल से धक्कादायक वाकिया सामने आया है. उपचार के लिस कोविड सेंटर में भर्ती युवती पिछले २७ दिनों से गायब है. परिवार से उसका कोई संपर्क नहीं है. जब परिवार ने अस्पताल प्रबंधन से संपर्क किया तो उसने जिम्मेदारियेां से दूर कर लिया है. जिसके चलते हॉस्पिटल के बाहर उसकही मां ने धरना आंदोलन की शुरूआत कर दी है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस मामले में ध्यान देने की मांग उसने की है.

पुणे में कोरोनाबाधितों को समय पर बेहतर उपचार मिल सके, इसलिए शिवाजीनगर के  सीईओपी कॉलेज मैदान पर जम्बो कोविड सेंटर बनाया गया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसका उद्घाटन किया था. पर शुरूआत से ही यह हॉस्पिटल कई कारणों से विवादों में रहा है. कभी अधूरे सुविधाओं को लेकर तो कभी इलाज के अभाव में पत्रकार की मौत को लेकर यह चर्चा में लगातार बना रहा है. अब यह नया मामला सामने आया है. सेंटर में  उपचार के लिए प्रिया गायकवाड भर्ती हुई थी. पर पिछले  27 दिनों से उसका उसके परिवार से कोई संपर्क नहीं है. इससे चिंताग्रस्त परिवार ने अपनी बेटी की जानकारी के लिए अस्पताल प्रबुंधन से संपर्क किया. पर प्रशासन ने पल्ला झाड लिया.

टालमटोल का जवाब देकर अपने हाथ खड़े कर लिए. जिसके बाद मां  अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गई है. लापता युवती की मां ने कहा कि उसकी बेटी प्रिया को 29 अगस्त को जम्बो कोविड सेंटर में उपचार के लिए भर्ती किया गया था. तब डॉक्टर ने कहा था कि  13 सितंबर को उसे डिस्चार्ज किया जाएगा. पर उस दिन जब उसे लेने के लिए वे गए तो अस्पताल प्रशासन ने कह दिया कि इस नाम की लड़की तो यहां भर्ती हुई ही नहीं. उसकी बेटी के साथ क्या हुआ है, इसको लेकर परिवार को चिंता लग रही है. 27 दिन बीत जाने के बाद भी उसका उसकी बेटी से बात नहीं हो पाई है. इसलिए मुख्यमंत्री खुद इस ओर ध्यान दें व उकनी लड़की को वापस कराने में मदद करें.  भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्षा तृप्ति देसाई ने राज्य सरकार से सवाल किया है कि महिलाओं के लिए वह कोविड सेंटर में ठोस उपाय क्यों नहीं करती.