BJP demands CBI to investigate cases including phone tapping in Rajasthan
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कोलकाता भाजपा के वरिष्ठ नेता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने कृषि विधेयक (Farm Bill 2020) के मुद्दे पर किसानों (Farmers) को कथित रूप से भ्रमित करने के लिए विपक्षी कांग्रेस (Congress) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर शुक्रवार को निशाना साधा और कहा कि यह सुधार आजादी के बाद पहली बार कृषि क्षेत्र के उदारीकरण को सुनिश्चित करेगा।

उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की, केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी आयुष्मान भारत और प्रधानमंत्री किसान योजना को इस शर्त के साथ लागू करने पर सहमत होने के लिए आलोचना की केंद्रीय धन राज्य प्रशासन के माध्यम से खर्च किया जाए।

उन्होंने कहा, ‘‘ इस पूर्व शर्त का अभिप्राय तृणमूल कार्यकर्ताओं को कट मनी (लाभ दिलाने के एवज में लाभार्थी से अंश लेने) लेकर भ्रष्टाचार में शामिल होने की अनुमति देना है।” राज्यसभा में हंगामे के बीच पारित कृषि विधेयकों पर बोलते हुए पात्रा ने कहा, ‘‘ विपक्षी पार्टियां किसानों को कृषि क्षेत्र से जुड़े विधेयकों को लेकर भ्रमित कर रही हैं।

विपक्ष विधेयक के प्रावधानों के बारे में कुछ नहीं कह रहा है। वह अफवाह फैला रहा है कि किसानों को उनके उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) नहीं मिलेगा।” पात्रा ने कहा, ‘‘विधेयक में कहीं नहीं लिखा कि किसानों को एमएसपी नहीं मिलेगा। उन्हें पहले ही तरह इसका लाभ मिलता रहेगा।”

उन्होंने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा ‘‘ किसानों के पास विकल्प होगा कि वे अपना उत्पाद किसे बेचाना चाहते हैं। यह कृषि क्षेत्र का ही उदारीकरण नहीं है बल्कि देश के हर किसान के लिए छूट है। आजादी के बाद पहली बार किसान स्वतंत्रता का स्वाद चखेंगे।” उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के सुधारों में सुनिश्चित किया गया है कि किसान अपना उत्पाद मंडी से बाहर कहीं बेच सकते हैं।

यह विधेयक उन्हें बेहतर कीमत के लिए अपने उत्पाद को कहीं बेचने के लिए सशक्त करेगा और उन्हें उपज की अच्छी कीमत मिलेगी। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं की कथित हत्या की भी निंदा की। (एजेंसी)