पूर्व महापौर बनीं स्थापत्य समिति शहर की अध्यक्ष

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  • कुर्सी के लिए पद की गरिमा भी रखा ताक पर

मुंबई. नेताओं को कुर्सी की ललक किस कदर होती है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक बार महापौर रह चुका नगरसेवक स्थापत्य समिति का अध्यक्ष बनता है. मनपा में स्थापत्य समिति का अध्यक्ष पद मुख्यालय में पहले पायदान की सीढ़ी मानी जाती है, जबकि महापौर बीएमसी का सर्वोच्च पद होता है. महापौर रह चुकी श्रद्धा जाधव अब मनपा स्थापत्य समिति की अध्यक्ष बनी हैं. 

मनपा सदन में बुधवार को हुए चुनाव में श्रद्धा जाधव स्थापत्य समिति शहर की अध्यक्ष चुनी गईं, जबकि स्थापत्य समिति उपनगर पर शिवसेना नगरसेवक श्रीकांत शेट्ये अध्यक्ष चुने गए.

आपसी रंजिश भूल सभी पार्टी आए एक साथ

राज्य की महाविकास आघाडी सरकार बनने के बाद मनपा में भी चारों पार्टियां शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी और समाजवादी पार्टी के एक साथ आ जाने के बाद शिवसेना की जीत निश्चित मानी जा रही थी. मनपा में अब अकेले भाजपा ही विपक्ष की भूमिका में है. भले ही विपक्ष का पद उनकी गलती से कांग्रेस की झोली में चला गया. मनपा सदन में स्थापत्य समिति अध्यक्ष शहर और स्थापत्य समिति अध्यक्ष उपनगर का चुनाव हुआ. स्थापत्य समिति शहर के पद पर शिवसेना नगरसेविका और महापौर रह चुकी श्रद्धा जाधव जबकि भाजपा की ओर से सुरेखा लोखंडे उम्मीदवार थीं.

शिवसेना की जीत पक्की

श्रद्धा जाधव को 17 वोट मिले और लोखंडे को मात्र 13 वोट मिले. इसी तरह स्थापत्य समिति उपनगर के चुनाव में श्रीकांत शेट्ये  शिवसेना की ओर से जबकि भाजपा ने सागर सिंह ठाकुर को चुनाव मैदान में उतारा था. श्रीकांत शेट्ये को 17 वोट मिले जबकि सागर सिंह ठाकुर ने 12 वोट हासिल किए. बीएमसी में भी अब महाविकास आघाडी की सरकार की तर्ज पर भाजपा छोड़ सभी पार्टियां एक जुट हो गई हैं जिसके चलते मनपा के सभी चुनावों में शिवसेना की जीत लगभग तय हो चुकी है.