भाजपा के 30 स्टार प्रचारकों में चौहान, सिंधिया

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भोपाल. मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में आये ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और थावर चंद गहलोत भाजपा के 30 स्टार प्रचारकों में शामिल हैं। भाजपा ने बुधवार को अपने स्टार प्रचारकों की यह सूची जारी की।

सूची में सिंधिया का नाम 10वें स्थान पर होने को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निरंतर सिंधिया का अपमान करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में सिंधिया के एक भी समर्थक का नाम शामिल नहीं किया गया और खुद उनका नाम दसवें स्थान पर है। इस सूची में प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रहलाद पटेल एवं फग्गन सिंह कुलस्ते और मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का नाम भी शामिल है।

इसमें भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पार्टी के वरिष्ठ नेता विनय सहस्त्रबुद्धे, मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव भी हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा निरंतर ज्योतिरादित्य सिंधिया का अपमान कर रही है। उनके सम्मान व उसूलों को ठेस पहुंचा रही है। कांग्रेस में वह (सिंधिया) चुनाव अभियान समिति के प्रमुख थे और चुनाव प्रचार की बागडोर उनके हाथ में थी। ऐसे में वह पहले नंबर पर थे। कांग्रेस छोड़ते हुए उन्होंने कहा था कि सम्मान और उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है लेकिन भाजपा में निरंतर उनके सम्मान और उसूलों को ठेस पहुंचाई जा रही है।”

उन्होंने कहा, ‘‘उपचुनावों के लिए कल भाजपा द्वारा शुरू किये गये डिजिटल रथों पर उनकी (सिंधिया) तस्वीर नदारद थी, वह भी ऐसे समय जब उनके समर्थक बड़ी संख्या में उपचुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने अपने 22 समर्थकों को भाजपा में प्रवेश दिलाया, उनके कारण प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। उसके बावजूद उन्हीं की तस्वीर चुनाव प्रचार से गायब है। दूसरा बड़ा आश्चर्य देखने में आया कि आज जारी भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में सिंधिया जी के एक भी समर्थक का नाम शामिल नहीं किया गया और खुद सिंधिया जी का नाम दसवें नंबर पर शामिल किया गया।”

सलूजा ने बताया, ‘‘कायदे से सिंधिया जी का नाम शिवराज जी के भी पहले व पहले नंबर पर शामिल होना था क्योंकि उन्हीं के कारण मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है। कांग्रेस की पूरी सहानुभूति सिंधिया जी के साथ है। ऐसा लग रहा है कि भाजपा का नया नारा अब ‘माफ़ करो महाराज’ हो गया है।” उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी सरकार और पुलिस से भाजपा के डिजिटल रथों के लिए पूर्ण सुरक्षा की मांग करती है क्योंकि जब यह प्रचार के लिए सिंधिया के समर्थन वाले क्षेत्रों में जाएंगे तो डर है कि लोग इनपर उनकी (संधिया की) तस्वीरें ना देखकर अपमानित महसूस करें। और गुस्से में कुछ गलत कर बैठें।”

वहीं, मध्यप्रदेश भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने बताया, ‘‘मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि कांग्रेस पार्टी को सद्बुद्धि आये। हताश एवं निराश पार्टी है। इनकी बुद्धि पर पत्थर पड़ गये हैं। भाजपा संगठन कांग्रेस जैसा नहीं है जहां होर्डिग, बैनर या सूची के क्रमांक से नेता का कद एवं पद तय होता हो।” उन्होंने कहा, ‘‘सिंधियाजी भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, राज्यसभा के सदस्य हैं और उनका नाम चाहे कहीं भी रहे वह कांग्रेस पर पहले भी भारी थे, आज की तारीख में भारी हैं और आगे भी भारी रहेंगे।”

सूची आने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस के नेता के. के. मिश्रा ने सवाल किया है कि भाजपा ने भोपाल से अपनी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को क्यों स्टार प्रचारक नहीं है, जबकि उसने 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के चुनाव अभियान प्रभारी सिंधिया को स्टार प्रचारक बनाया है। हालांकि, मिश्रा के सवाल पर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि भाजपा में यह मायने नहीं रखता है, क्योंकि हमारे सभी 30 स्टार प्रचार अपने दम पर ही इस उपचुनाव में कांग्रेस का सामना करने के लिए पर्याप्त सक्षम हैं। (एजेंसी)