प्रतीकात्मक तस्वीर
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    पिंपरी. कोरोना की वैश्विक महामारी ने पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) में मार्च 2020 से व्यापारियों को अपनी दुकानें (Shops) बंद करने पर मजबूर कर दिया है। जून से अंशत: दुकानों को जारी रखने की अनुमति दी गई है। हालांकि महानगरपालिका प्रशासन जल्द ही पिंपरी कैंप (Pimpri Camp) में पी-1 और पी-2 के हिसाब से दुकानों को खुला रखने की बाध्यता लगाने जा रहा है। इसका पिंपरी के सभी व्यापारियों ने कड़ा विरोध किया है। पिंपरी मर्चेंट फेडरेशन के अध्यक्ष श्रीचंद आसवानी (Srichand Aswani) ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसा हुआ तो सभी व्यापारी अपना व्यापार बंद कर मनपा के सामने धरना देंगे।

    फिलहाल चल रहे लॉकडाउन में सोमवार से शुक्रवार सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक दुकानें खोलनी हैं। शनिवार और रविवार को पूरे दिन दुकानें बंद रहती हैं। अब पी-1, पी-2 के चलते सप्ताह में दो दिन ही दुकानें खोलनी होंगी। इससे तो कर्मचारियों का वेतन तक वसूलना मुश्किल है। पिंपरी मर्चेंट फेडरेशन के अध्यक्ष श्रीचंद आसवानी ने एक बयान में कहा कि व्यापारियों पर प्रतिबंध लगाना अन्यायपूर्ण था, जबकि बिजली बिलों, संपत्ति कर, आयकर और जीएसटी में राहत की मांग लंबित है। उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति भी कम हो गई है। पिंपरी कैंप के व्यापारियों पर ही पी-1, पी-2 के नियम लागू करने में आपत्ति है। पुणे मनपा ने सोमवार 14 जून से शाम 7 बजे तक दुकानें खुले रखने की अनुमति दी है। इसी तरह पिंपरी चिंचवड़ मनपा क्षेत्र के व्यापारियों को भी अनुमति दी जाए।

    सबसे पहले अतिक्रमण, अवैध फेरीवालों को हटाना चाहिए

    पुणे मनपा क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिविटी रेट पांच फीसदी से भी कम है। पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका में पॉजिटिविटी रेट 5.2 फीसदी है। मनपा प्रशासन को सबसे पहले पिंपरी कैंप क्षेत्र से अतिक्रमण, अवैध फेरीवालों को हटाना चाहिए। श्रीचंद आसवानी ने यह भी मांग की कि भीड़ के समय ग्राहकों को अपने वाहन पार्क करने के लिए जगह उपलब्ध कराई जाए। कोरोना काल में व्यापारी सभी आवश्यक सावधानी बरत रहे हैं। उपभोक्ताओं को भी नियमों का पालन करना चाहिए। महानगरपालिका कमिश्नर राजेश पाटिल को व्यापारियों की इस अपील पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करनी चाहिए, यह मांग भी आसवानी ने की है।