आवश्यक वस्तुओं को लोगों तक पहुंचाना बड़ी चुनौती : IAS राजीव

वैश्विक महामारी को रोकने के देश में लॉकडाउन हैं। इस महामारी से देश में जनहानि के साथ-साथ अर्थव्यवस्था भी गिरती जा रही हैं रोजाना करोड़ों का नुकसान हो रहा हैं। आनेवाले समय में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

Loading

नागपुर. वैश्विक महामारी को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन हैं। इस महामारी से देश में जनहानि के साथ-साथ अर्थव्यवस्था भी गिरती जा रही हैं रोजाना करोड़ों का नुकसान हो रहा हैं। आनेवाले समय में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस बारें में चर्चा करने के लिए नवभारत-नवराष्ट्र: LOCKDOWN VIBES कार्यक्रम के लाइव सेशन में IAS अधिकारी आर.ए. राजीव उपस्थित थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि मौजूदा समय और आने समय में किस प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता हैं। 

श्री. राजीव ने COVID-19 की चुनौतियों को तीन चरण में विभाजित किया। जिसमें उन्होंने पहले चरण में लॉकडाउन को पहली चुनौती माना हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन एक बड़ी चुनौती है। जिससे हम अभी गुजर रहे हैं। दूसरे चरण में लॉकडाउन के बाद की स्थिति आती हैं। जिसमें लॉकडाउन के बाद भी कोरोना वायरस से लड़ना यह चुनौती भरा रहेगा। वहीं तीसरी चुनौती जिसमें दुनिया भर के देश, राज्य और समाज फिर से शुरू होने की कोशिश करेगें और भविष्य के बारें में सोचेंगे। जिसे दूसरे शब्दों में कोविड-19 के बाद की स्थिति कहा जायेगा।

श्री. राजीव ने कहा कि इस लॉकडाउन के दौरान हम काफी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। वहीं रोग के प्रबंधन में बहुत सारी कमियां हैं, क्योंकि हम वक्र को समतल कर रहे हैं। शहरों, राज्य और देश में जो स्वास्थ्य क्षमता, चिकित्सा सुविधा हमारे पास है वह कोरोना संक्रमितों का सामना कर रही हैं। ऐसे में मरीजों की संख्या उपलब्ध बेड्स से मेल खानी चाहिएं। अगर बेड्स नहीं है और मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही हैं तो इसका प्रबंधन करना काफी मुश्किल हो जाता हैं। 

आईएएस अधिकारी ने कहा कि, लॉकडाउन भी खुद एक बड़ी चुनौती है। मुंबई जैसे शहरों में यह ज्यादा चुनौती भरा रहा हैं। इसी तरह महाराष्ट्र के बड़े शहरों में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 सिर्फ वैद्यकीय समस्या नहीं है बल्कि यह लॉ एंड आर्डर की भी समस्या है। अगर मौजूदा स्थिति में बेड्स की कमी होती है तो भी यह लॉ एंड आर्डर की समस्या हैं। इसी वजह से देश में लॉकडाउन लागू किया है। जहां भारी पुलिस फोर्स रेड जोन और ऑरेंज जोन में तैनात हैं और स्थिति को काबू में कर रही हैं। 

उन्होंने बताया कि, महाराष्ट्र सरकार ने सेमी क्रिटिकल मरीजों के लिए 1000 बेड्स बनाने के लिए कहा है, जिसे हम अगले 15 दिनों में पूरा करेंगे। यह एक बड़ी चुनौती हैं जिसका हम सामना कर रहे हैं। वहीं हॉस्पिटल जैसी सुविधा देने की व्यवस्था करना भी काफी चुनौती भरा हैं। इसके बाद हम और 1000 बेड्स की योजना बना रहे है। गरीबों के लिए कोविड-19 महामारी सबसे बड़ी समस्या हैं।

श्री. राजीव ने कहा कि देश में आवश्यक वस्तुओं का सप्लाई, फूड डिलीवरी, दवाईयों की डिलीवरी करना भी काफी बड़ी चुनौती है। इसके अलावा अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण भी एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर हमने सोशल डिस्टन्सिंग का पालन, मास्क नहीं पहना तो देश में काफी गंभीर समस्या पैदा हो सकती हैं।