- बल्लारपुर पुलिस की कार्रवाई
बल्लारपुर. समीपस्त विसापुर गांव के एक घरेलू विवाद की जांच में पुलिस ने नकली विवाह करा पैसे लेकर फरार होने वाली टोली का पर्दाफाश कर नवविवाहिता समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
विसापुर निवासी ईश्वर कुडमेथे की पुत्री नंदिनी का विवाह राजस्थान निवासी समयसिंह नाम के व्यक्ति से हुआ है. नंदिनी सिंह का जीवन सुख से बीत रहा है. नंदिनी के देवर राजेंदरसिंह के विवाह की बात चल रही है. इसलिए दिवाली के त्योहार पर राजस्थान से आते समय नंदिनी अपने देवर राजेंदर को अपने साथ विसापुर ले आई थी. 25 नवंबर को ईश्वर कुडमेथे ने बैंक आफ बडोदा से दामाद समयसिंह द्वारा भेजे गए रुपए निकाले तो आरोपी रामटेके उर्फ सोनु बोरकर ने ईश्वर कुडमेथे ने पैसे निकालने का कारण पूछा.
इस पर ईश्वर कुडमेथे ने बताया कि उसकी पुत्री के देवर का विवाह करना है उसके लिए रुपए निकाले है. तब रामटेके उर्फ सोनु बोरकर ने कुडमेथे से मोबाइल क्रमांक मांगा और तुरंत फोन कर बताया कि विवाह योग्य युवती है. युवती चंद्रपुर की रहने वाली है और वह अपनी मौसी के साथ रहती है. इसके बाद सोनू बोरकर अपने सहयोगी व्यंकटेश राधांडी के साथ विसापुर आया और ईश्वर कुडमेथे को बताया कि जिस लडकी से विवाह होना है उसकी मौसी काफी बीमार है उसे पहले 75,000 रुपए देना होगा.
इस आधार पर वे दोनों ईश्वर से रुपए लेकर गए. बाद में प्रेमलता उर्फ सीमा बरमन को विसापुर लाकर उसका विवाह राजेंदरसिंह के साथ कराया. विवाह के दौरान किरण उर्फ ज्योत्सना सुखदेवे ने अपना परिचय प्रेमलता की मौसी के रुप में दिया और 26 नवंबर की शाम को विसापुर में राजेंदरसिंह और प्रेमलता का विवाह हो गया.
विवाह के कुछ देर बाद ही प्रेमलता उमरे ने घर से बाहर घुमने जाने का बहाना कर निकाली तो वहां एक मोटर साइकिल उसे लेने का तैयार खडी थी. किंतु राजेंदर सिंह ने प्रेमलता को भागते देखकर शोर शराबा किया जिससे आरोपी पकडे गए. फरियादी ईश्वर कुडमेथे की रिपोर्ट के आधार पर बल्लारपुर पुलिस ने चार आरेापियों के खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज कर उन्हे गिरफ्तार कर लिया है.
गिरफ्तार 4 आरोपियों में सोनू बोरकर, व्यंकटेश रांधाती, नवविवाहिता प्रेमलता उमरे उर्फ सीमा बरमन और उसकी मौसी किरण उर्फ ज्योत्सना सुखदेवे का समावेश है. मामले की जांच एपीआई प्राची राजुरकर कर रही है. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अरविंद सालवे, अपर पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी, एसडीपीओ राजा पवार, थानेदार उमेश पाटील के मार्गदर्शन में एपीआई प्राची राजुरकर, एपीआई विकास गायकवाड, गणेश तोटेवार, ज्योति आकतोटावार, विकास खरात ने की है.