Car-Bike Accident
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    नाशिक : जिले (Dictrict) की ग्रामीण सड़कों में लापरवाही और तेज रफ्तार ड्राइविंग (Driving) की वजह से पिछले वर्ष 862 लोगों की मौत होने की जानकारी सामने आई है। जिले के ग्रामीण भाग (Rural Part) में सड़क दुर्घटना (Road Accident) में वर्ष 2020 की तुलना में पिछले साल 7% अधिक मौत हुई।  जबकि पिछले वर्ष नाशिक जिले में कुल 1,047 लोगों की सड़क दुर्घटना (Road Accidents) में मौत हुई है।  

    नाशिक ग्रामीण के पुलिस सुपरिटेंडेंट सचिन पाटिल ने बताया कि पिछले वर्ष कोरोना प्रतिबंध के कारण 2020 में 746 एक्सीडेंट में 801 लोगों की मौत हुई। जबकि वर्ष 2021 में 788 एक्सीडेंट में 862 लोगों की मौत हुई। पुलिस ने उन ब्लॉक स्पॉट पर काम कर रही है और उसकी विवेचना की जा रही है जहां पर हमेशा सड़क दुर्घटना होती है। इन जगहों पर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जाएगा। लेकिन अधिकतर सड़क दुर्घटना की मूल वजह तेज ड्राइविंग और ट्रैफिक रूल तोड़ना है।

    जिले के ग्रामीण भागों में कुल 98 ब्लैक स्पॉट है। इन जगहों पर इन्फ्रास्ट्रक्चर वर्क चल रहा है। अधिकतर सड़क दुर्घटना मुंबई आगरा हाईवे के मालेगांव, चांदवड, इगतपुरी और घोटी में हुई है। सिन्नर घोटी रोड, सिन्नर शिर्डी रोड भी बड़ी संख्या में सड़क दुर्घटना का गवाह बना है।जिले के ग्रामीण पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हाईवे पर गलत दिशा में ड्राइविंग, बाइक पर तीन लोगों की सवारी, बगैर हेलमेट वाहन चलाना, रात के वक्त सड़क किनारे के डिवाइडर पर बैठना जैसी वजहों से सड़क दुर्घटना बढ़ी है। बहरहाल सिटी पुलिस ने सड़क दुर्घटना में 185 लोगों की मौत दर्ज की है। इस तरह से वर्ष 2021 में नाशिक जिले में 1,047 लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई है।