नई दिल्ली: रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की एनटीपीसी परीक्षा के रिजल्ट में कथित अनियमितताओं के खिलाफ छात्रों ने लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी जमकर हंगामा किया। यह प्रदर्शन बिहार से लेकर यूपी तक जारी है। छात्र यही नहीं रुके उन्होंने बुधवार को कई जगह ट्रेनों को आग लगा दी है।
इसी बीच रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव कहा कि, “मैं अपने छात्र मित्रों से निवेदन करना चाहूंगा कि रेलवे आपकी संपत्ति है, इसलिए आप अपनी संपत्ति को संभालकर रखें। आपकी जो शिकायतें सामने आई है, उन सबको हम गंभीरता से देखेंगे। उन्होंने कहा कि छात्र देश के भविष्य हैं, वो कानून हाथ में नहीं लें। रेलमंत्री ने कहा कि, आप जहां नौकरी करने के लिए सोच रहे हैं उसे नुकसान कैसे पहुंचा सकते हैं। आप अपनी बातों को सही तरीके से कमेटी के पास रखें। रेल आपकी हर समस्या को सुनेगी।
रेल मंत्री ने कहा हम छात्रों की मांग को गंभीरता से ले रहे हैं। इसलिए वरिष्ठ लोगों की कमेटी बनाई गई है। कमेटी इस मामले में जल्द रिपोर्ट देगी। छात्र अपनी बातों को कमेटी के सामने रखें। हिंसक प्रदर्शन नहीं करें। हिंसक प्रदर्शन करने वाले छात्रों के साथ कानून अपना काम करेगी।
On students' protest against alleged irregularities in Non-Technical Popular Categories exams, Railway Minister Ashwini Vaishnaw says, "I request students not to take the law into their hands. We will seriously address the grievances and concerns raised by them." pic.twitter.com/7I7rL890BL
— ANI (@ANI) January 26, 2022
यह है मामला
दरअसल, बोर्ड ने सीबीटी-2 परीक्षा (CBT-2 Exams) के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए 15 जनवरी 2022 को जारी सीबीटी-1 परीक्षा (CBT-1 Exams) के लिए आरआरबी एनटीपीसी परिणाम 2021 (RRB-NTPC Result 2021) जारी किए गए थे। इससे नाराज उम्मीदवारों ने बोर्ड पर सवाल उठाए थे। जिसके बाद रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (आरआरबी) ने चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। जिसे लेकर उम्मीदवारों ने सवाल उठाए और विरोध प्रदर्शन पर उतर आए।
छात्रों का आरोप
उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि बोर्ड ने परीक्षा के लिए कट ऑफ बढ़ा दिया, जिससे कई उम्मीदवार प्रभावित हुए और वादा किए गए उम्मीदवारों से कम का चयन किया। इसके अलावा, कई पदों के लिए एक ही उम्मीदवार को चुना गया था। उम्मीदवारों ने बताया कि लगभग 75 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने परीक्षा दी। जिसमें से केवल 2.5 लाख उम्मीदवार अगले राउंड स्तर के लिए क्वालीफाई हुए, जिनमें अधिकांश 10वीं और 12वीं पास के बजाय स्नातक हैं।