Big decision regarding Corona vaccination in America, US Army will discharge personnel who refuse to take vaccine
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    मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में एक ओर जहां कोरोना वायरस (Coronavirus) से सुरक्षा के लिए बूस्टर डोज (Booster Dose) देने के कार्य शुरू कर दिया गया। वहीं दूसरी ओर 1 करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्होंने वैक्सीन (Vaccine) की पहली डोज (First Dose) तक नहीं ली है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो सरकार के अथक प्रयासों के बावजूद लोग वैक्सीन लेने नहीं आ रहे हैं। यह अपनी जिंदगी के साथ-साथ दूसरों की जिंदगी के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं।

    टीकाकरण को लेकर महाराष्ट्र का काफी बेहतरीन प्रदर्शन रहा है, लेकिन वो कहावत है न हाथी निकल गई, लेकिन पूछ रह गई। राज्य में 26 जनवरी तक 18 और उससे अधिक उम्र के 8 करोड़ 28 लाख 86 हजार, 303 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज ली है, जबकि 1 करोड़ 2 लाख 36 हजार 648 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज तक नहीं ली है। 

     निशुल्क टीकाकरण किया जा रहा 

    स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम लोगों को समझा सकते हैं, उनके घरों के पास कैंप लगा सकते हैं, लेकिन हम टीकाकरण के लिए उनके साथ जोर जबरदस्ती नहीं कर सकते हैं। वैक्सीन न लेने वालों का परिणाम सामने है। वैक्सीन लेने से रोग से लड़ने में काफी मदद मिल रही है, इसलिए लोगों को समझना चाहिए और स्वेच्छा से टीकाकरण के लिए आगे आना चाहिए। लोगों को पैसे भी खर्च करने की जरूरत नहीं। सरकारी और महानगरपालिका के केंद्रों पर निशुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। अब तक वैक्सीन का कोई गंभीर साइड इफेक्ट भी नहीं देखने को मिला है, तो फिर लापरवाही क्यों।

    10 लाख ठाणेकर ने नहीं ली पहली डोज

    ठाणेकर वैसे तो किसी से पीछे नहीं रहते, लेकिन वैक्सीन की पहली डोज न लेने के मामले में आंकड़े अन्य जिलों की तुलना में अधिक है। ठाणे में करीब 10 लाख 9 हजार 181 यानी 13.42  फीसदी लाभार्थियों ने वैक्सीन की पहली डोज नहीं ली है। जबकि नाशिक में 7 लाख 78 हजार 785, जलगांव में 6 लाख 72 हजार 984, नांदेड़ में 6 लाख 19 हजार 449 और अहमदनगर में 5 लाख 96 हजार 155 लाभार्थियों ने वैक्सीन का पहला डोज नहीं ली हैं। 

    मुंबई, पुणे और भंडारा के लिए दूसरा पड़ाव मुश्किल

    राज्य में मुंबई, पुणे और भंडारा इन जिलों में 18 और उससे अधिक उम्र के लाभार्थियों का पहले डोज का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है, लेकिन दूसरा पड़ाव इनके लिए थोड़ा मुश्किल नजर आ रहा है। मुंबई में 96.41 फीसदी लोगों दूसरी डोज ली है, भंडारा में 85.40 फीसदी, पुणे में 84.47 फीसदी, सिंधुदुर्ग में 81.47 और रायगढ़ में 80.94 फीसदी ने सेकंड डोज ली है। इन आंकड़ों में पिछले कुछ हफ्तों में बढ़त देखने को नहीं मिली है।

    15 से 17 उम्र के 30.5 लाख के पार

    राज्य में 15 से 17 उम्र के 60 लाख लाभार्थी हैं, जिसमें गुरुवार तक 30 लाख 62 हजार 811 किशोरों का टीकाकरण राज्य में किया गया है। मुंबई में 2 लाख 31 हजार 861 किशोरों का टीकाकरण किया गया, जबकि शहर में उक्त आयु वर्ग के 9 लाख लाभार्थी हैं।

    कुछ लोग हैं जिन्हें ये लगता है कि महामारी खत्म हो जाएगी इसलिए वे वैक्सीन नहीं ले रहे हैं। कुछ तबका वैक्सीन के खिलाफ भी है जो दूसरों में भी वैक्सीन को लेकर भ्रम निर्माण कर रहे हैं। तो कुछ जिला अधिकारियों का यह कहना है कि टीकाकरण के लिए जो संख्या शुरुआत में आंकी गई थी उसमें गिरावट हुई है या फिर कम है।

    -डॉ. सचिन देसाई, राज्य टीकाकरण अधिकारी

    27 जनवरी तक का स्टेटस

    • पहला डोज – 8,59,96,071
    • दूसरा डोज – 6,05,11,045
    • बूस्टर डोज – 7,80,006
    • कुल डोज – 14,72,87,122

    जेंडर वाइस टीकाकरण

    • पुरुष – 78347268
    • महिला – 68129311
    • अन्य – 30472