वर्धा. खरीफ मौसम की तैयारियां किसानों ने लगभग पूरी कर ली है़ अब अच्छी बारिश की प्रतीक्षा में किसान लगा हुआ है़ इस बार किसान बोगस बीज व आर्थिक लूट से बचने के लिए कृषि विभाग ने सतर्कता बरती है़ जिला व तहसीलस्तर पर दल तैयार कर कृषि केंद्रों की जांच शुरू कर दी़ जिले में अब तक 351 केंद्रों की जांच की गई है़ इनमें से तीन केंद्रों पर निलंबन की कार्रवाई की, तो कुछ को नोटिस जारी किये गए़ खरीफ मौसम को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त मात्रा में बीज व खाद उपलब्ध कराने के साथ ही इसकी आपूर्ति समय-समय पर की जा रही है.
बता दें कि गत वर्ष बोगस बीज व प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा था़ अतिवृष्टि से सोयाबीन की फसल नष्ट हो गई थी़ वहीं बोंड इल्ली के कारण कपास के उत्पादन पर असर पड़ा था़ किसानों को बड़ी मात्रा में बोगस बीज की बिक्री की गई थी़ इन सब के बावजूद किसानों ने खरीफ की तैयारी के लिए कमर कस ली है.
खाद व बीज की जा रही है आपूर्ति
किसान कर्ज के लिए बैंक में पहुंच रहा है़ गत वर्ष बुआई के लिए जल्दबाजी करने से अनेक किसानों पर दोबारा बुआई का संकट निर्माण हो गया था़ इस बार यह स्थिति पैदा न हो इसलिए शासन ने 1 जून तक बीज व खाद की बिक्री पर बंदी लगायी थी़ जब तक सौ मिमी बारिश नहीं होती तब तक किसानों से बुआई आरंभ न करने का आह्वान किया गया था़ किसानों की आर्थिक लूट न हो इसलिए कृषि विभाग ने सभी कृषि केंद्रों की जांच मुहिम शुरू कर दी़ अन्य केंद्रों की जांच चल रही है़ अब किसान भी कृषि केंद्रों पर बीज व खाद की खरीदी के लिए भीड़ कर रहे है़ं ताकि मानसून के आगमन होते ही बुआई आरंभ कर सके.
66,518 मीट्रिक टन खाद कराया उपलब्ध
जिले में जरूरत के अनुसार करीब 90,220 मीट्रीक टन खाद की मांग है़ इसकी तुलना में अब तक 66,518 मीट्रिक टन खाद उपलब्ध कराया गया है़ अब तक 18 हजार मीट्रिक टन खाद की बिक्री की गई है़ वहीं 48,151 मीट्रिक टन खाद शेष है़ इसमें यूरिया, एसएसपी, एमओपी, डीएपी, संयुक्त खाद, मित्र खाद का समावेश है.
जिले में 50,459 क्विंटल बीज की जरूरत
जिले में मांग के अनुसार 50,459 क्विंटल बीज की जरूरत है़ इसमें सोयाबीन 40,608 क्विंटल व कपास 4,305 क्विंटल का समावेश है़ फिलहाल 54,159 क्विंटल बीज जिले में उपलब्ध है़ इसमें से 150 क्विंटल बीज का वितरण किया जा चुका है़ इस बार बीज व खाद की कमी नहीं खलने का भरोसा कृषि विभाग ने दिलाया है.