Nitish Kumar
File Pic

    Loading

    नई दिल्ली. जहां एक तरफ बिहार (Bihar) में जहरीली शराब (Liquor) से मरने वालों की संख्या अब 50 से भी ऊपर हो चुकी है। वहीं इस मुद्दे पर पर फिलहाल पूरे राज्य में जमकर हंगामा हो रहा है। लेकिन इन सबके बीच विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अब साफ़ कहा कि जहरीली शराब पीने से हुई मौत पर किसी तरह का को भी मुआवजा नहीं दिया जाएगा।

    CM नीतीश कुमार के साफ बोल 

    दरअसल आज उनका साफ़ कहना था कि, “शराब पीने से लोग मरे हैं। आप शराब पियोगे तो मरोगे। शराब पीना अच्छा नहीं है।” उन्होंने आगे यह भी कहा कि,  ” हमारी सरकार शराब पीने वालों की कोई भी मदद नहीं करेगी। शराब पीकर लोग मर जाएंगे और हम मुआवजा देंगे? यह तो सवाल ही पैदा नहीं होता।”

    गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते गुरूवार को यह हिदायत दी थी कि, अगर लोग जहरीली शराब का सेवन करेंगे तो वे मौत को गले लगाएंगे। मुख्यमंत्री की तीखी टिप्पणी तब आई जब शराबबंदी की उनकी नीति पर राजनीतिक रणनीतिकार से कार्यकर्ता बने उनके पूर्व सहयोगी प्रशांत किशोर सहित कई लोगों ने उन्हें निशाना बनाया और शराबबंदी कानून को खत्म करने की मांग की थी। 

    विपक्ष लामबंद

    उधर BJP ने इन मौतों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया और सदन के अंदर और बाहर नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके साथ ही BJP ने इन मौतों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया और सदन के अंदर और बाहर नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

    बढ़ा मौतों का आंकड़ा

    जानकारी दें कि, बिहार के छपरा में जहरीली शराब कांड में अब तक शराब से मौतों का आंकड़ा 53 हो चूका है। जहां पहले दिन यानी कि बीते मंगलवार को 5 मौतें हुई थीं। इसके बाद फिर बीते बुधवार को 25 और फिर गुरुवार को 19 लोगों की जान गई। वहीं आज यानी शुक्रवार सुबह तक 4 और लोगों को जहरीली शराब निगल गई है। इनमे सबसे ज्यादा सबसे ज्यादा मौतें छपरा के मशरख, अमनौर और मढ़ौरा इलाकों में हुई बताई जा रही हैं। इसके साथ ही बीते पिछले 48 घंटे में समूचे जिले में छापेमारी तेज कर दी है और जहरीली शराब बेचने वाले 126 लोगों को गिरफ्तार किया है। 4,000 लीटर से अधिक अवैध शराब जब्त की गई है।