मुंबई/ नई दिल्ली: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए गए आपत्तिजनक बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया। इस पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कसते हुए पूछा कि, ‘जिसका कोई वजूद नहीं उसे इस तरह से महत्व क्यों दिया जा रहा है?’
आतंकवादी लिंक घोषित एक विफल देश
प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर कहा, पाकिस्तान जैसे ‘आतंकवादी लिंक घोषित एक विफल देश’ की टिप्पणी पर बीजेपी क्यों इस तरह से प्रतिक्रिया दे रही है। इस प्रतिक्रिया ने ना केवल “पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित करने में ही मदद नहीं की” बल्कि भारत को पाकिस्तान के साथ बेवजह की बहस से जोड़ती है।
Such an unnecessary over reaction of BJP to a failed country with proven terror links&army remote controlled Foreign Minister. Why did India find it fit to respond to him, it only helped Pakistan get the attention it sought globally& needlessly hyphenates India with Pakistan.
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) December 17, 2022
BJP का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन
उल्लेखनीय है कि, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा शनिवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पार्टी ने संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद पर चल रहे भारत-पाकिस्तान संघर्ष में बिलावल भुट्टो की टिप्पणी के लिए पाकिस्तान की और से माफ़ी की मांग की।
RSS ने हिटलर के एसएस से प्रेरणा ली
बता दें कि, भुट्टो द्वारा दिए गए बयान को लेकर इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और पाकिस्तान की जूनियर विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार को सबक सिखा रहे थे। उनकी टिप्पणी का जवाब देते हुए बिलावल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कमेंट करते हुए कहा कि, RSS ने हिटलर के एसएस से प्रेरणा ली है।
‘पाकिस्तान के लिए भी निचला स्तर’
भुट्टो के बयान पर भारत के विदेश मंत्रालय ने ने भी एक बयान जारी किया है। मंत्रालय ने बिलावल के ‘असभ्य’ गुस्से को ‘पाकिस्तान के लिए भी निचला स्तर’ का बताया। उन्हें ‘निराश’ बताते हुए मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो ओसामा बिन लादेन को शहीद के रूप में महिमामंडित करता है और लखवी, हाफिज सईद, मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को शरण देता है। “कोई अन्य देश 126 संयुक्त राष्ट्र नामित आतंकवादी और 27 संयुक्त राष्ट्र नामित आतंकवादी संस्थाओं का दावा नहीं कर सकता है!”