Fraud
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नागपुर. आईटी पार्क स्थित प्रशांत उगेमुगे की वीआईपीएल कंपनी में कार्यरत चीफ अकाउंटेंट ने ही कंपनी के साथ धोखाधड़ी की. कंपनी के वेंडर के नाम पर जारी चेक अपने फायदे के लिए इस्तेमाल पर कंपनी को 5.78 लाख रुपये का चूना लगा दिया.

राणाप्रतापनगर पुलिस ने वीआईपीएल कंपनी के मैनेजर अश्विन भागीरथ जनबंधू (41) की शिकायत पर मामला दर्ज किया. आरोपी महिला उदयनगर रिंग रोड निवासी चैताली पंजाबराव इंगलकर (42) बताई गई. चैताली कंपनी में चीफ अकाउंटेंट पद पर कार्यरत थी. सारे आर्थिक व्यवहार की जिम्मेदारी चैताली को ही सौंपी गई थी.

कंपनी को अपने वेंडर एनजीआरटी सिस्टम को 5.78 लाख रुपये का पेमेंट करना था. इसके लिए चैताली ने कंपनी के संचालक उगेमुगे से चेक पर हस्ताक्षर लिए लेकिन एनजीआरटी सिस्टम की बजाय मिहिर सिरैमिक कंपनी के नाम पर चेक जारी कर दिया. ऑडिट के दौरान यह हेराफेरी सामने आई.

मिहिर सिरैमिक से पूछताछ करने पर पता चला कि चैताली ने उनसे 1.33 लाख रुपये की टाइल्स खरीदी थी. इसके लिए 5.78 लाख रुपये का चेक दिया. बाकी रकम वापस अपने खाते में जमा करने को कहा था. मिहिर सिरैमिक ने बाकी बची रकम चैताली के खाते में जमा भी करवा दी थी. पूछताछ करने पर चैताली ने हेराफेरी करने की कबूली दी और पुलिस से शिकायत की गई.