अयोध्या में श्रीराम लला के नव विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार वृहद स्तर पर राम नवमी का पर्व आयोजित किया गया है। इसके लिए आज श्रद्धालुओं की भारी सुरक्षा के साथ ही भीड़ प्रबंधन से लेकर दर्शन तक पुलिस प्रशासन ने पूरी योजना बनाई है।
नई दिल्ली/अयोध्या: आखिरकार 500 वर्षों बाद अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम के नव विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा हो गयी। ऐसे में इस पुनीत कार्य के बाद यह पहला अवसर है जब अयोध्या में श्रीराम नवमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस बाबत योगी सरकार की ओर से इसको धूमधाम से वृहद स्तर पर मनाने की तैयारी की गई है। वहीं लाखों लोग इस अवसर पर भगवान राम के दर्शन के लिए अयोध्या पहुँच रहे हैं। ऐसे में बड़े पैमाने पर यहां सुरक्षा को लेकर तैयारियां की गईं हैं।
#WATCH | Uttar Pradesh: Devotees throng Hanuman Garhi temple in Ayodhya, on the occasion of #RamNavami pic.twitter.com/ErvcKxzjae
— ANI (@ANI) April 17, 2024
इस महत्वपूर्ण पर्व को सकुशल संपन्न कराने में पुलिस प्रशासन की भूमिका निभा रही है। आज आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ-साथ पुलिस प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन से लेकर दर्शन और श्रद्धालुओं की संख्या का अनुमान एवं आंकलन करने के लिए भी योजना बन चुकी है। गौरतलब है कि, अयोध्या धाम में रामनवमी के उपलक्ष्य में बीते 9 अप्रैल से रामनवमी मेला का शुभारंभ हो चुका है जो रामनवमी के दिन आज 17 अप्रैल तक जारी रहने वाला है। आज यहां 25 लाख श्रद्धालुओं की संभावना है। ऐसे में अयोध्या धाम में चारों तरफ विभिन्न स्थानों पर 24 एएनपीआर कैमरों के माध्यम से वाहनों एवं श्रद्धालुओं की संख्या का आंकलन एवं प्रोजेक्शन किया जाएगा।
तगड़ा पुलिस बंदोबस्त
Prime Minister Narendra Modi tweets "This is the first Ram Navami when our Ram Lalla has been enthroned in the grand Ram temple of Ayodhya. Today Ayodhya is in an unparalleled joy in this celebration of Ram Navami. After waiting for 5 centuries, today we have got the privilege of… pic.twitter.com/8Zw7WY9aPK
— ANI (@ANI) April 17, 2024
आज अयोध्या में रामनवमी मेला के अवसर पर संपूर्ण मेला क्षेत्र को कुल 7 जोन तथा 39 सेक्टर में विभाजित है। वहीं, यातायात व्यवस्था को 2 जोन तथा 11 क्लस्टर में विभाजित कर यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। मेला के दौरान संपूर्ण मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए 11 अपर पुलिस अधीक्षक, 26 पुलिस उपाधीक्षक, 150 निरीक्षक, 400 उप निरीक्षक, 25 महिला उप निरीक्षक, 1305 मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 270 महिला मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 15 कंपनी पीएसी, 2 कंपनी बाढ़ राहत, 1 टीम एसडीआरएफ व 1 टीम एटीएस की अतिरिक्त ड्यूटी लगी है।