बिल माफ करने मांग पकड़ रही जोर, जेब पर लग रहा करंट- 7.26 लाख ग्राहकों पर 1,414 करोड़ बकाया

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अमरावती. लॉकडाउन के बाद रिकार्ड़ तोड़ बिजली बिल भेजने से नागरिकों के जेब को ही करंट लगना शुरू हो गया. जिसके कारण बिजली बिल में राहत देने के साथ ही आधा बिल माफ करने की मांग जोर पकड़ रही है. वहीं दूसरी ओर अधिकांश ग्राहकों ने बिजली बिल अदा किया है. बावजूद इसके अकेले अमरावती जिले में 7 लाख 26 हजार ग्राहकों पर 1 हजार 414 करोड़ रुपयों का बिजली बिल बकाया है. महावितरण ने चरणबध्द तरीके से ही सही लेकिन सहयोग करने के लिए बिजली बिल अदा करने का आह्वान नागरिकों से किया है. 

कृषि पंप का सर्वाधिक बकाया 

महावितरण के अनुसार लॉकडाउन में समूचा देश घर में ही कैद हो गया था. ऐसे में ग्रीष्मकाल रहने से कूलर, पंखे के साथ टीवी का जमकर इस्तेमाल किया गया. जिसके कारण नागरिकों ने भी कितने यूनिट बिजली इस्तेमाल की इसका विचार नहीं किया. महावितरण ने नागरिकों को आनलाइन पध्दति से बिजली बिल के यूनिट देने का आह्वान किया था. जिसमें से 250 से अधिक ग्राहकों ने प्रतिसाद देकर आनलाइन यूनिट भेज नियमित बिजली बिल अदा किया. इंडस्ट्रीज पूरी तरह से बंद रहने के कारण इंडस्ट्रियल बिल भी काफी कम है. लाकडाउन में केवल किसानों ने फसलों को बचाने के लिए कृषिपंप का इस्तेमाल किया. परिणामत: 1 लाख 33 हजार किसानों पर 1215 करोड़ 62 लाख रुपयों सर्वाधिक का बकाया है. 

5 लाख घरेलू ग्राहकों ने नहीं भरा 

किसानों के साथ-साथ इंडस्ट्रियल, कमर्शियल और घरेलू ग्राहकों ने भी बिजली बिल अदा नहीं किया है. 5 लाख 46 हजार ग्राहकों पर 161 करोड़ का बकाया है. वहीं दूसरी ओर घरेलू ग्राहकों को 100 यूनिट तथा आधा बिल माफ करने की मांग जोर कर रही है. जगह-जगह बिजली बिलों की होली जलाई जा रही है तो कहीं पर बिजली बिल को दफन किया जा रहा है. 

अदा करें बिल

महावितरण का बिजली बिल ग्राहकों ने अदा करना चाहिए. नागरिक टीवी, मोबाइल आदि का रिचार्ज कराते हैं. प्रतिमाह में ही बिल भी देते हैं तो महावितरण को लेकर ही आक्रोश क्यों. महावितरण भी सदैव नागरिकों के लिए तत्पर है. किसानों के लिए 24 घंटे काम करने पर भी नहीं थकते. थोड़ी देरी होती है तो आक्रोश जताया जाता है लेकिन महावितरण भी ग्राहकों द्वारा दिए जाने वाले बिजली बिल के आधार पर ही नियोजन करती है. इस समय महावितरण को भी नागरिकों के सहयोग की आवश्यकता है.-सुचित्रा गुर्जर, मुख्य अभियंता 

दिसंबर माह तक ग्राहकों की संख्या व बकाया रकम 

ग्राहक ग्राहक संख्या बकाया रकम 

घरेलू 5,46,329 161 करोड़ 60 लाख 

कर्मशियल 39,018 23 करोड़ 30 लाख 

इंडस्ट्रियल 7,490 14 करोड़ 15 लाख 

किसान 1,33,989 1215 करोड 62 लाख 

कुल 7,26,826 1414 करोड़ 67 लाख