Adequate Insurance Cover Is Necessary For Every Family To Make India developed: Mahesh K Sharma

  • SBI लाइफ इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक महेश कुमार शर्मा से बातचीत

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मुंबई : स्टेट बैंक ग्रुप (State Bank Group) की जीवन बीमा कंपनी एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस (SBI Life Insurance) के प्रबंध निदेशक व सीईओ महेश कुमार शर्मा का कहना है कि यदि देश के हर परिवार के पास पर्याप्त बीमा सुरक्षा हो तो भारत विकसित देशों की श्रेणी में आ जाएगा।

जब सारी आबादी इंश्योर्ड (Insured) हो जाएगी तो सरकार को सोशल वेलफेयर पर खर्च करने की जरूरत कम होगी और विकास कार्यों के लिए अधिक धन उपलब्ध होगा तथा टैक्सपेयर्स पर भी बोझ कम होगा। इसलिए भारत को विकसित देश बनाने के लिए हर परिवार के पास पर्याप्त बीमा कवर (परिवार की वार्षिक आय का लगभग 10 गुना बीमा कवर) होना अत्यावश्यक है।

बैंकिंग और बीमा क्षेत्र में 3 दशकों का गहन अनुभव रखने वाले महेश कुमार शर्मा के कुशल नेतृत्व में एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस तेज प्रगति कर रही है। इसकी निजी जीवन बीमा क्षेत्र में 23.6% हिस्सेदारी हो गयी है। यह 32 तरह के बीमा प्लान उपलब्ध करा रही है और इसका मिस सेलिंग रेशियो इंडस्ट्री में सबसे कम 0.08% है। देश में बीमा उद्योग की प्रगति और संबंधित मुद्दों पर महेश कुमार शर्मा से ‘enavabharat.com’ के वाणिज्य संपादक विष्णु भारद्वाज की विस्तृत चर्चा हुई। पेश हैं, उसके मुख्य अंश:-

कोविड महामारी के कारण लोगों में इंश्योरेंस के प्रति जागरूकता बढ़ी है। आप क्या परिवर्तन देख रहे हैं? 

यह सही है कि कोविड के कारण इंश्योरेंस के प्रति जागरूकता बहुत ज्यादा बढ़ी है और लोगों को इसका महत्व समझ में आ गया है कि यह कितना जरूरी है। सबसे बड़ा परिवर्तन तो यह आया है कि पहले हमें लोगों को इसका महत्व बताना पड़ता था। समझाना पड़ता था, लेकिन अब लोग बीमा कवर लेने के लिए खुद आगे आ रहे हैं। लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance) और हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance), दोनों की मांग बढ़ गयी है। हमने देश भर में एक फाइनेंशियल इम्युनिटी सर्वे किया था। जिसमें 80% लोगों ने कहा कि अपनी परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए लाइफ इंश्योरेंस को सबसे महत्वपूर्ण और अत्यावश्यक फाइनेंशियल प्रोडक्ट मानते हैं और 70% लोगों ने कहा कि वे जीवन बीमा के साथ अपने परिवार का स्वास्थ्य बीमा भी कराएंगे। दूसरा परिवर्तन यह आया है कि इंश्योरेंस सेक्टर भी डिजिटल (Digital) हो गया है। वैसे एसबीआई लाइफ ने तो पहले से ही डिजिटल पर फोकस कर लिया था। कोरोना के कारण हमने तेजी से हर प्रोसेस को डिजिटल कर दिया। अब तो हमारे सभी पेंशन प्लान्स के पेंशनधारक भी डिजिटल सर्टिफिकेट ले सकते हैं।

इंश्योरेंस की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एसबीआई लाइफ क्या रणनीति अपना रही है और कितनी ग्रोथ आ रही है?

ग्रोथ तो काफी अच्छी हो रही है। 30 सितंबर 2021 को समाप्त छमाही में जहां हमारे प्रोटेक्शन न्यू बिजनेस प्रीमियम में 33% की अच्छी वृद्धि हुई, वहीं व्यक्तिगत न्यू बिजनेस प्रीमियम में 54% का उछाल दर्ज हुआ है। देश में बीमा उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए हम 3 सूत्री रणनीति पर काम कर रहे हैं। देश में पहुंच बढ़ाने के लिए टच पॉइंट बढ़ा रहे हैं। स्टेट बैंक सहित हमारे 75 बैंकिंग पार्टनर हैं, जिनकी 40,000 से अधिक बैंक शाखाओं के जरिए हम पूरे देश में सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी बीमा योजनाएं उपलब्ध करा रहे हैं। इनके अलावा हमारे पास 1.43 लाख ‘लाइफ मित्रों’ (एजेंट) का नेटवर्क है। हम नई शाखाएं भी खोल रहे हैं। हाल ही में हमने घाटकोपर (मुंबई) में नई शाखा खोली है, अब कुल 947 शाखाएं हो गयी हैं। डिजिटल पर भी हमारा फोकस है। स्टेट बैंक के ‘योनो’ (SBI Yono) एप से कोई भी ग्राहक टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी केवल 3 क्लिक में आसानी से ले सकता है। हमारा मोबाइल एप ‘एम कनेक्ट’ (M. Connect) 13 भाषाओं में कर दिया गया है। जिस पूरा फॉर्म डिजिटली भरा जाता है। फिर ग्राहक को बीमा पॉलिसी (Insurance Policy) के पूरे विवरण का रिकॉर्डेड ऑडियो भेजा जाता है। यानी ग्राहक के पूर्ण संतुष्ट होने पर ही पॉलिसी जारी की जाती है। इस तरह 99.5% प्रोसेस डिजिटली होता है। इससे ग्राहकों को भी काफी सुविधा हो रही है।  

वर्तमान में किस तरह के इंश्योरेंस प्लान की मांग अधिक है?

वैसे तो लोगों की अलग-अलग जरूरतों के हिसाब से सभी तरह के उत्पादों की मांग है, लेकिन कोरोना के बाद प्रोटेक्शन प्लान, गारंटीड इनकम प्लान, रिटायरमेंट-पेंशन प्लान और यूलिप उत्पादों की बिक्री ज्यादा बढ़ रही है। हर व्यक्ति किसी अनहोनी की स्थिति में अपने परिवार की आर्थिक सुरक्षा चाहता है, इसके लिए टर्म इंश्योरेंस (Term Insurance) जरूरी है।

गारंटीड इनकम प्लान (Guaranteed Income Plan) की मांग इसलिए बढ़ी है कि बच्चों की पढ़ाई, शादी या किसी बड़ी जरूरत के लिए बड़ी राशि चाहिए। दूसरे, कोरोना संकट के कारण लोगों को यह भी समझ में आया है कि कल कमाई हो या नहीं, भविष्य में गुजारे के लिए एक निश्चित राशि तो हर माह चाहिए। इसलिए पेंशन प्लान (Pension Plan) की मांग बढ़ गयी है। जबकि शेयर बाजार में तेजी के कारण ‘यूलिप’ (Ulip) की बिक्री भी बढ़ रही है क्योंकि यूलिप एकमात्र ऐसा बीमा व निवेश उत्पाद है, जिसमें इक्विटी मार्केट (Equity Market) में निवेश लाभ के साथ बीमा सुरक्षा भी मिलती है।

इंश्योरेंस इंडस्ट्री में मिस सेलिंग एक समस्या है। इस पर अंकुश के लिए एसबीआई लाइफ क्या कदम उठा रही है?

ऐसा है कि मिस सेलिंग (Mis-Selling) रोकने के लिए हमने कुछ साल पहले ‘प्री-इंश्योरेंस वेलकम कॉल (PIWC), नाम से एक नई सेवा शुरू की थी। जिसके तहत हम अपने हर नए ग्राहक को कोई भी पॉलिसी जारी करने से पहले कॉल कर यह कन्फर्म करते हैं कि आप जो प्लान ले रहे हैं, उसकी विशेषताओं और शर्तों से आप सहमत है या नहीं? ग्राहक के पूर्ण संतुष्ट होने पर ही हम पॉलिसी जारी करते हैं। इस फीचर को अब बीमा नियामक ‘इरडा’ (IRDA) ने सभी कंपनियों के लिए अनिवार्य कर दिया है। इससे इंडस्ट्री में मिस-सेलिंग पर काफी हद तक अंकुश लग गया है। हमारा मिस सेलिंग रेशियो तो इंडस्ट्री में सबसे कम 0.08% है।