SBI creates separate clause for loan to MSME, agriculture sector
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नयी दिल्ली: परिचालन के क्षेत्र में एक बड़े पुनर्गठन के तहत भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने ग्रामीण और अर्द्धशहरी क्षेत्रों के ग्राहकों की बेहतर सेवा के लिएए एक अलग वित्तीय समावेशन एवं सूक्ष्म बाजार (एफआईएंडएमएम) विभाग बनाया है। एसबीआई ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि इस नए खंड के तहत बैंक मुख्य रूप से कृषि और संबद्ध गतिविधियों तथा सूक्ष्म और लघु उपक्रमों को ऋण की पेशकश करेगा।

बैंक ने कहा कि ग्रामीण और अर्द्धशहरी क्षेत्रों की करीब 8,000 शाखाएं छाटे कारोबारियों और किसानों को सूक्ष्म ऋण उपलब्ध कराएंगी। बयान में कहा गया है कि इसके अलावा ग्रामीण, अर्द्धशहरी, शहरी और महानगर क्षेत्रों में मौजूदा 63,000 ग्राहक सेवा केंद्रों के जरिये सेवा की गुणवत्ता सुधारने और बैंकिंग सेवाओं की उपलब्धता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।

एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा, ‘‘आज एक महत्वपूर्ण दिन है। एसबीआई सभी खंडों में देश के नागरिकों के साथ खड़ा है। एफआईएंडएमएम के गठन का मकसद विभिन्न कारोबारी क्षेत्र पर अधिक ध्यान देना और शाखाओं में ग्राहकों के साथ संपर्क बढ़ाना है।” कुमार ने कहा कि एसबीआई की इस पहल का मकसद देश के दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करना है।