देव आनंद के प्यार में ताउम्र कुंवारी रहीं सुरैया, ऐसे टूट गईं 50 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस

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मुंबई: हिंदी सिनेमा में अभिनेत्रियों की एक जेनेरेशन ऐसी भी थी, जिन्होंने एक्टिंग के साथ गायन की परंपरा को भी आगे बढ़ाया। सही मायने में इसकी शुरुआत पचास के दशक में स्टार रही सुरैया से मानी जा सकती है। सुरैया अपने जमाने की खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक थी। उनकी खूबसूरती के कई दीवाने थे, जिसमें दिलीप कुमार और धर्मेंद्र का नाम भी शामिल है। लेकिन सुरैया खुद जिस शख्स की दीवानी थीं वो थे देव आनंद। सुरैया और देव आनंद की प्रेम कहानी बॉलीवुड की सबसे दुखद प्रेम कहानियों में से एक है। आज सुरैया की पुण्यतिथि पर आइए जानते हैं सुरैया और देवानंद की दुखद प्रेम कहानी के बारे में कुछ खास बातें…

ऐसे शुरू हुई देव आनंद और सुरैया की प्रेम कहानी

1950 में देव आनंद को उस समय की टॉप हीरोइन में शुमार सुरैया के साथ फिल्म ‘विद्या’ में कास्ट किया गया।इसी फिल्म के दौरान सुरैया और देव आनंद एक दूसरे के करीब आये। सुरैया उस समय की बड़ी स्टार थी, जबकि देव आनंद फिल्मों में अपने पैर जमाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। ‘विद्या’ हिट रही और देव-सुरैया की जोड़ी फिल्मकारों की पहली पसंद बन गई। इस जोड़ी की जबरदस्त डिमांड होने लगी थी।  साथ काम करते-करते दोनों और भी नजदीक आ गए और शादी का सपना देखने लगे।

सुरैया की नानी के कारण अधूरी रह गई ये प्रेम कहानी

देव आनंद और सुरैया के रिश्ते से सुरैया की मां को कोई समस्या नहीं थी, लेकिन उनकी नानी इस रिश्ते के बीच दीवार बन कर खड़ी हो गई। एक दिन देव आनंद ने झवेरी बाजार से सुरैया के लिए डायमंड की रिंग खरीदी और उन्हें शादी के लिए प्रपोज कर दिया। जब सुरैया की नानी को इस बात का पता चला तो उन्होंने आसमान सर पर उठा लिया। वो इस रिश्ते के सख्त खिलाफ थी और किसी भी कीमत पर देव आनंद को बर्दाश्त करने के लिए तैयार नहीं थी। नानी के सख्त रवैये को देखते हुए सुरैया की मां ने एक्ट्रेस को देव आनंद के साथ भाग कर शादी करने की सलाह दी, लेकिन सुरैया इसके लिए तैयार नहीं हुई। सुरैया अपनी नानी के खिलाफ जाने का साहस नहीं जुटा सकी और ये रिश्ता यहीं ख़त्म हो गया।

सुरैया की बेवफाई से टूट गए थे देव आनंद 

सुरैया की इस बेवफाई ने देव आनंद को बुरी तरह तोड़ कर रख दिया।.कई दिनों तक वो घर से बाहर ही नहीं निकले। उनके बड़े भाई चेतन आनंद ने जब भी उन्हें समझाने की कोशिश करते, वो उनके कंधे पर सर रख फूट-फूट कर रोने लगते। देव की ये हालत देख चेतन आनंद ने सुरैया की नानी को समझाने की काफी कोशिशें की, लेकिन नानी टस-से-मस नहीं हुई।

देव आनंद के प्यार में सुरैया पूरी जिंदगी कुंवारी रहीं

आखिरकार देव आनंद ने कल्पना कार्तिक से शादी कर अपने जख्म को भर लिया, लेकिन सुरैया कभी देव आनंद को भुला नहीं पाई। उन्होंने देव आनंद की खातिर पूरी उम्र बगैर शादी के रहने का फैसला किया। अपनी आवाज और अभिनय से लोगों के दिलों पर राज करने वाली सुरैया फिल्मी दुनिया में जितनी सफल थीं, निजी जिंदगी में उतनी ही अकेली और असफल रहीं। बेइंतहा मोहब्बत के बावजूद सुरैया और देव आनंद की प्रेम कहानी अधूरी रह गई। 31 जनवरी, 2004 को दिल में प्यार का दर्द लिए सुरैया ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।