दिवंगत अभिनेता इरफान खान की पत्नी सुतापा ने युवा कॉन्टेंट पर बन रही फिल्मों पर किया खुलासा, कही ये बात

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    ममुंबई: कहानी, मदारी ,खामोशी जैसी यादगार फिल्मों के डायलॉग लिखनेवाली और राइटिंग की अनोखी कला से बॉलीवुड में अपना नाम बनानेवाली स्वर्गीय बॉलीवुड लीजेंड एक्टर इरफ़ान खान की पत्नी सुतापा सिकदार हाल ही में स्क्रीन राइटर एसोसिएशन अवार्ड ज्यूरी का हिस्सा बनी जहा उन्होंने आज के युवा कॉन्टेंट पर बन रही फिल्में पर एक बड़ी बात कही।  ओटीटी के जमाने में जहा कहानियों में नयापन और खुलापन हैं वही यूथ भी ऐसी फिल्मों को हाथो हाथ ले रही हैं , आज के दौर में कहानियों की पेशकश बहुत आधुनिक बोल्ड  हो गई हैं। जब swa के इवेंट पर सुतापा से पूछा गया कि आज के जमाने में किस तरह की स्क्रिप्ट यूथ को अपील करती हैं तो उन्होंने जवाब दिया ” मुझे लगता हैं की युवा पीढ़ी बहुत ज्यादा एक्सपोज्ड है हमारे जेनरेशन की तुलना में , वो वर्ल्ड सिनेमा की तरफ ज्यादा एक्सपोज्ड हैं उनकी सोच ज्यादा उजागर हैं । वे  सिनेमा से सबसे अधिक परिचित हैं, इसलिए जो फॉर्मूला जो पहले से होता आ रहा उसपर हमे वापस काम करने की जरूरत हैं। 

    सुतापा आगे ये भी कहती हैं कि” मुझे लगता है कि स्क्रिप्ट को लेकर उनका जुड़ाव थोड़ा अलग हैं। हमारी नैतिकता और नैतिकता की भावना पूरी तरह से अलग थी। इसलिए हम 10 साल पहले की सामाजिक व्यवस्था पर काम नहीं कर सकते। मुझे लगता है कि युवा ऐसी फिल्म की तलाश में हैं जिसे वो अपना समझ सके । फिल्मे तो वो सिर्फ मनोरंजन के लिए जाते हैं। मुझे लगता है कि हमें उन्हें ऐसी स्क्रिप्ट देने को जरूरत हैं जिसे देख वो उसे अपना कह सके और विश्वास कर सके “। 

    वैसे सुतापा भी उन राइटर्स की सोच के इत्तेफाक रखती हैं जो वक्त के हिसाब से कॉन्टेंट को बदलने में और युवा पीढ़ी को अपील करे ऐसी बोल्ड और शानदार स्क्रिप्ट लिख कर परोसने में यकीन रखती हैं। आपको ये भी बता दे की स्क्रीन राइटर एसोसिएशन अवार्ड ज्यूरी का हिस्सा बन सुतापा सिकदार काफी उत्साहित भी हैं और एक उम्दा राइटर होने के नाते लेखक और उनके हक के लिए जो आवाज swa ने उठाया हैं उसे वो सपोर्ट भी करती हैं और इस बार 27 फरवरी को होनेवाले स्क्रीन राइटर एसोसिएशन अवार्ड में नॉमिनेशन को शुभकामनाएं भी दी।