नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर (Second Wave) शुरू हो गई है। जिसके वजह से एक बार फिर स्थिति गंभीर होती जा रही है। इसी को लेकर मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान जानकारी देते हुए स्वास्थ्य सचिव राजीव भूषण (Rajiv Bhushan) ने कहा कि, “देश के 10 जिलों में सबसे ज्यादा एक्टिव मामले हैं, वहीं साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर बढ़कर 5.65 हो गया है।”
महाराष्ट्र के आठ जिलों में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले
राजेश भूषण ने कहा, “देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 5,40,720 हुई है। यह 4% से ज्यादा है। मृत्यु की संख्या 1,62,000 है। रिकवरी रेट 94% है। 10 ज़िले जहां सक्रिय मामलों की संख्या सबसे ज्यादा है, उनमें से 8 ज़िले महाराष्ट्र के है।”
उन्होंने कहा, “देश भर में 10 जिले हैं जिनमें सबसे अधिक सक्रिय मामले हैं। इन जिलों में पुणे, मुंबई, नागपुर, ठाणे, नासिक, औरंगाबाद, बेंगलुरु शहरी, नांदेड़, दिल्ली और अहमदनगर शामिल हैं।”
There are 10 districts across the country that have the most number of active cases – Pune, Mumbai, Nagpur, Thane, Nashik, Aurangabad, Bengaluru Urban, Nanded, Delhi and Ahmednagar: Union Health Secretary Rajesh Bhushan#COVID19 pic.twitter.com/SkbzfPHgy6
— ANI (@ANI) March 30, 2021
देश में पॉजिटिविटी दर 5.65 हुआ
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, “साप्ताहिक राष्ट्रीय औसत सकारात्मकता दर 5.65% है। महाराष्ट्र का साप्ताहिक औसत 23% है, पंजाब का साप्ताहिक औसत 8.82%, छत्तीसगढ़ का 8%, मध्य प्रदेश का 7.82%, तमिलनाडु का 2.50%, कर्नाटक का 2.45%, गुजरात का 2.2% और दिल्ली का 2.04% है।”
The weekly national average positivity rate is 5.65%. Maharashtra has a weekly average of 23%, Punjab has a weekly average of 8.82%, Chhattisgarh 8%, Madhya Pradesh 7.82%, Tamil Nadu 2.50%, Karnataka 2.45%, Gujarat 2.2% & Delhi 2.04%: Union Health Secy Rajesh Bhushan#COVID19 pic.twitter.com/6rpygMIvbe
— ANI (@ANI) March 30, 2021
महाराष्ट्र में स्थिति बेहद गंभीर
राजेश भूषण ने कहा, “महाराष्ट्र में 3,37,928 सक्रिय मामले हैं। फरवरी के दूसरे सप्ताह में औसतन एक दिन में 3,000 नए मामले आते थे। आज एक दिन में 34,000 मामले आ रहे हैं। महाराष्ट्र में फरवरी के दूसरे सप्ताह में एक दिन में 32 मृत्यु होती थी, यह बढ़कर 118 हो गई है।”
महाराष्ट्र सरकार द्वारा डोर टू डोर टीकाकरण प्रोग्राम पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा ,”आज तक, हमें महाराष्ट्र सरकार से कोई विशेष अनुरोध नहीं मिला है। भारत में, हम यूनिवर्सल टीकाकरण करते हैं, लेकिन वहां भी हमने डोर टू डोर टीकाकरण नहीं किया है।”
पूरा देश जोखिम में है
देश में वर्तमान कोरोना स्थिति पर बोलते हुए नीति आयोग में स्वास्थ्य सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा , “हम कुछ जिलों में तेजी से गंभीर और गहन स्थिति का सामना कर रहे हैं, लेकिन पूरा देश जोखिम में है। वायरस को रोकने और जीवन बचाने के सभी प्रयास किए जाने चाहिए।”
राज्य बढ़ाए आरटी-पीसीआर टेस्ट
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, “हमने इन राज्यों के प्रतिनिधियों से बात की। हमने उन्हें बताया कि जब मामले बढ़ रहे हैं तो वे परीक्षण क्यों नहीं बढ़ा रहे हैं। आरटी-पीसीआर परीक्षणों पर ध्यान देने के साथ परीक्षण बढ़ाना आवश्यक है। रैपिड एंटीजन परीक्षणों का उपयोग घनी आबादी वाले क्षेत्रों में स्क्रीनिंग परीक्षणों के लिए किया जाता है।”
उन्होंने कहा, “हमने पाया कि अधिकांश राज्यों में अलगाव नहीं हो रहा है, लोगों को घर पर अलग-थलग करने के लिए कहा जा रहा है। लेकिन यह निगरानी की जानी चाहिए कि क्या वे वास्तव में ऐसा कर रहे हैं। यदि वे नहीं कर सकते हैं, तो उन्हें संस्थागत रूप से अलग होना चाहिए। दिल्ली इसके माध्यम से संख्या को नियंत्रण में लाने में सक्षम थी।”
टीका लगवाने के लिए इन दस्तावेजों की होगी जरुरत
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग टीकाकरण के लिए पात्र होंगे। एडवांस नियुक्ति http://cowin.gov.in के माध्यम से बुक की जा सकती है। यदि आप ऐसा नहीं करना चाहते हैं, तो आप दोपहर 3 बजे के बाद अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्र पर जा सकते हैं और ऑन-साइट पंजीकरण के लिए जा सकते हैं।”
उन्होंने कहा, “जो लोग ऑन-साइट पंजीकरण के लिए जाना चाहते हैं, उनसे अनुरोध है कि किसी भी पहचान दस्तावेज के साथ दोपहर 3 बजे के बाद अपने निकटतम टीकाकरण केंद्र पर जाएं। आमतौर पर आधार कार्ड और वोटर आईडी वाले लोग। लेकिन आप बैंक पासबुक, पासपोर्ट, राशन कार्ड भी दिखा सकते हैं।”