- कल ट्रैक्टर रैली में दिखाया था दम.
नयी दिल्ली. मोदी सरकार (Narendra Modi) द्वारा लाये गए विवादस्पद कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर किसान संगठन (Farmers Organization) जहाँ आज भी लाम बंद हैं। वहीं बीते गुरूवार को ट्रैक्टर रैली में दम दिखाने के बाद किसान आज एक बार फिर केंद्र सरकार के साथ बातचीत (Meeting) की टेबल पर आमने सामने होंगे।
गौरतलब है कि मोदी सरकार और किसान संगठनों के बीच आज कृषि कानून को लेकर चर्चा होनी है, जिन दो मुद्दों का समाधान फिलहाल निकलना बाकी है उनपर आज कुछ हल होने के आसार दिख रह हैं। बातचीत से पहले बीते गुरूवार को ही किसानों ने एक बड़ी ट्रैक्टर रैली निकालकर आंदोलन को लेकर अपने हौसले सरकार के सामने जता दिए हैं।
दरअसल आज यानी शुक्रवार को होने वाली बातचीत से पहले बीते गुरुवार को किसानों ने दिल्ली से सटी सीमाओं में अपनी ताकत दिखाई थी। इसके तहत हजारों की संख्या में ट्रैक्टरों का मार्च निकालकर किसानों ने 26 जनवरी की परेड का ‘ट्रेलर’ दिखाया था। किसान नेताओं का कहना है कि हम 26 जनवरी को इससे भी बड़ी ट्रैक्टर निकलने वाले हैं, साथ ही अगर सरकार नहीं मानी तो वो 2024 तक आंदोलन चलाने को तैयार हैं।
इधर पंजाब बीजेपी (Punjab BJP) के नेता सुरजीत कुमार जियानी (Surjeet Kumar Jiyani) ने किसान आंदोलन (Farmer Protest) को लेकर बड़ा दावा किया है। बीते गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, “किसानों (Farmers) की सभी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार तैयार है। लेकिन किसान अब कह रहे हैं कि कानूनों को निरस्त किया जाए। वे ऐसा क्यों कह रहे हैं? मुझे लगता है कि किसान यूनियनें समाधान नहीं चाहती हैं। मुझे लगता है कि उनकी योजना कुछ और है।”
Govt is ready to fulfil all the demands of farmers. But farmers are now saying that the laws be repealed. Why are they saying that? I think farmer unions don’t want a solution. I think their plan is something else: Surjit Kumar Jyani, BJP after meeting Home Minister Amit Shah https://t.co/ZfzSny2wxb
— ANI (@ANI) January 7, 2021
अगर आज का दिन पर गौर करें तो किसान संगठनों और मोदी सरकार के बीच आज एक बार फिर विज्ञान भवन में बातचीत होगी। जहाँ किसानों की एकछत्र मांग तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने, MSP पर गारंटी कानून बनाने की है। वहीं मोदी सरकार इनमें से MSP के मसले पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन कानून वापस लेने को कतई तैयार नहीं है। गौरतलब है कि मोदी सरकार और किसानों के बीच की यह अहम् चर्चा आज दोपहर 2 बजे होनी है।
बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर किसान लगातार 43 दिन से दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। वह सरकार पर लगातार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में मोदी सरकार पर दवाब बनाने के लिए किसानों ने बीते गुरुवार को ट्रैक्टर मार्च आयोजित किया था। इस मार्च को सफल बनाने के लिए किसानों ने पूरी ताकत झोंक दीथा, इस दौरान हजारों की संख्या में ट्रैक्टर लेकर किसान शामिल हुए थे।