एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि 9 दिनों में एक ट्रेन सीवान (सूरत से) पहुंची, यह फर्जी खबर है। ट्रेन 2 दिनों में अपने गंतव्य तक पहुँच गई। कुल ट्रेनों में से 3,840 में से केवल 4 ट्रेनों ने अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए 72 घंटे से अधिक समय लिया है.
नई दिल्ली: लॉक डाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को वापस उनके गृह राज्य तक पहुंचाने के लिए शुरू की गई ट्रेनों की जानकरी देते हुए शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने कहा, ” देश भर में 3840 ट्रेनों का संचालन किया गया हैं, जिनमे 79 प्रतिशत अकेले उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए चलाई गई हैं. जिनमे उत्तर प्रदेश में कुल संख्या का लगभग 42% और बिहार को कुल 37% प्रतिशत हैं.”
विनोद यादव ने कहा, ” 3,840 में से केवल 4 ट्रेनें कुल ट्रेनों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में 72 घंटे से अधिक समय लेती हैं, 90% ट्रेनों को सामान्य मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की तुलना में औसत गति से चलाया गया है.” उन्होंने कहा, ” 279 श्रमिक स्पेशल ’ट्रेनें 20 मई तक चलाई गई हैं; राज्यों द्वारा सभी अनुरोधों को रेलवे द्वारा समायोजित किया गया है। रेलवे द्वारा दैनिक आधार पर लगभग 3 लाख प्रवासियों को भेजा जा रहा है.”
निःशुल्क खाने और पिने की व्यवस्था
रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने कहा, ” प्रवासी मजदूरों के लिए स्टेट स्टेशनों पर खाना और पानी दिया। IRCTC और रेलवे डिवीजनों ने रेलगाड़ियों में प्रवासियों के लिए शुल्क भोजन और पानी की व्यवस्था की.” यादव ने कहा, ” सह-रुग्णताओं, गर्भवती महिलाओं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति रेल से यात्रा से बच सकते हैं, जब आवश्यक हो तो तभी करें।”
यादव ने आगे कहा, ” एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि 9 दिनों में एक ट्रेन सीवान (सूरत से) पहुंची, यह फर्जी खबर है। ट्रेन 2 दिनों में अपने गंतव्य तक पहुँच गई। कुल ट्रेनों में से 3,840 में से केवल 4 ट्रेनों ने अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए 72 घंटे से अधिक समय लिया है.’
A media report stated that a train reached Siwan (from Surat) in 9 days, this is fake news. The train reached its destination in 2 days. Only 4 trains out of 3,840 total trains have taken over 72hrs to reach their destination: Vinod Kumar Yadav, Chairman, Railway Board pic.twitter.com/MyoiEeqWZU
— ANI (@ANI) May 29, 2020
जब तक प्रवासी पहुंच नहीं जाते तब तक चलेगी श्रमिक स्पेशल
विनोद कुमार ने कहा, ” जब तक प्रवासी अपने गंतव्यों तक नहीं पहुंचते, तब तक ‘श्रमिक स्पेशल ’ट्रेनें चलती रहेंगी। हम उसी दिन ट्रेनों का शेड्यूल करेंगे, जब हमें राज्य से मांग मिलती है और हम अगले दिन ही ट्रेन चलाएंगे।”
‘Shramik Special’ trains will continue to run till the time the migrants don’t reach their destinations. We will schedule the trains on the same day as we get demand from originating state and we will run the train on the next day itself: Vinod Kumar Yadav,Chairman, Railway Board pic.twitter.com/r96eAe1XCr
— ANI (@ANI) May 29, 2020
उन्होंने कहा, ” श्रमिक स्पेशल ’ट्रेनों के लिए राज्यों की उत्पत्ति की मांग धीरे-धीरे कम हो रही है। 24 मई को राज्यों की आवश्यकता 923 ट्रेनों की थी, कल की आवश्यकता के अनुसार, यह आंकड़ा अब 449 ट्रेनों का है.”
The demand of originating states for ‘shramik special’ trains is gradually coming down. Requirement of states as on May 24 was 923 trains, as per requirement yesterday, the figure is now 449 trains: Vinod Kumar Yadav, Chairman, Railway Board
— ANI (@ANI) May 29, 2020